मेडिकल लैब की रिपोर्ट, क्यूलेक्स मच्छर कर सकता है बीमार
Meerut। हापुड़ की एक लड़की में जापानी इंसेफ्लाइटिस की बीमारी मिलने के बाद मेरठ तक हलचल है। अपर निदेशक स्वास्थ्य के निर्देश पर मंडलीय सर्विलांस टीम ने संक्रमित गांव के 30 मच्छरों की मेरठ स्थित लैब में जांच की, जिसमें आठ क्यूलेक्स मच्छर मिले। विशेषज्ञों ने बताया कि यही मच्छर जापानी इंसेफ्लाइटिस-जेईएवं फाइलेरिया की बीमारी फैलाता है।
13 साल बाद
मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ। अशोक तालियान ने बताया कि पश्चिमी उप्र में 13 साल बाद जापानी बुखार का कोई केस मिला है। लड़की नई दिल्ली में भर्ती है, जिसका सीरम एनसीडीसी दिल्ली में जांचा गया, और जेई की पुष्टि हुई। अपर निदेशक डॉ। राजकुमार ने हापुड़ में संक्रमित गांव का दौरा किया, और पाया कि जेई के लिए यहां कई परिस्थितियां अनुकूल मिलीं। बताया कि धान की फसल का पानी, मेहमान पक्षी एवं शूकरों की मौजूदगी में इंसेफ्लाइटिस की बीमारी बढ़ती है। मेडिकल कॉलेज में मच्छरों पर रिसर्च करने वाली डॉ। कीर्ति त्रिपाठी ने बताया कि हापुड़ के गांव से एक घंटे में 30 मच्छर पकड़े गए थे, जिसमें आठ क्यूलेक्स थे। इसमें छह मादा थी, जो बीमारी फैलाती हैं। अपर निदेशक डॉ। राजकुमार ने बताया कि क्यूलेक्स मिलना ही इंसेफ्लाइटिस के लिए जिम्मेदार नहीं है। मेडिकल की लैब में इन मच्छरों में जेई के वायरस की जांचने की तकनीक फिलहाल नहीं है।