मेरठ (ब्यूरो)। आधुनिक जीवनशैली हमारे शरीर की हडिडयों को इस कदर कमजोर बना रहे हैं कि एक उम्र के बाद होने वाले गठिया और मस्कुलोस्केलेटल जैसी समस्या कम उम्र में ही होने लगी है। ऐसे में मस्कुलोस्केलेटल स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरुरी है और समय पर इन रोगों की पहचान कर इलाज बहुत जरुरी है। इसी जागरुकता के लिए विश्व गठिया दिवस पर रविवार को आईएमए हॉल में हडिड्यों की जांच के लिए कैंप का आयोजन किया गया।

विकलांग करने वाली बीमारी
प्रोफेसर एमसी गुप्ता द्वारा गठिया शिविर का उद्घाटन किया गया। शिविर में डॉ। सुरेश किरण और किरण ने मस्कुलोस्केलेटल स्वास्थ्य के लिए योग सिखाया। उन्होंने बताया कि योग हमारी हड्डियों, जोड़ों और रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य के लिए सबसे आवश्यक है। डॉ। सुरेश अद्भुत योग शिक्षक और प्रशिक्षक हैं, उन्होंने चिकित्सक सहकर्मियों को कम से कम शुरुआत में प्रत्येक रविवार को समूह योग करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस दौरान ईएनटी विशेषज्ञ और आईएमए सचिव डॉ। सुमित उपाध्याय ने बताया कि इस शिविर के दौरान हमें अपने ऑर्थोपीडिक लीजेंड का आशीर्वाद और शिक्षाएं मिलीं। शिविर द्वारा विश्व गठिया दिवस पर एक विकलांग कर देने वाली बीमारी, गठिया के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए है।

सभी चिकित्सकों का सहयोग
शिविर के आयोजन में आईएमए की अध्यक्ष डॉ। अनुपमा सिरोही ने अपना अधिकतम समय दिया औरमदद की। सचिव डॉ। सुमित उपाध्याय ने इसे सफल बनाने के लिए सभी को संगठित और एकत्रित किया। डॉ। अनिल तनेजा, डॉ। संदीप ग्रोवर, डॉ। तनु, डॉ। आलोक अग्रवाल, डॉ। कृतेश और टीम आईएमए स्टाफ ने इस शिविर में अपना योगदान दिया। मरीजों की अच्छी उपस्थिति रही। आईएमए सदस्यों के लिए गतिशील गतिविधियों के साथ-साथ जनता के लिए परोपकारी सेवाओं के लिए आईएमए मेरठ को बधाई। शिविर में लोकेश मराठा संयोजक व डॉ। कृतेश मिश्रा सहसंयोजक रहे।