मेरठ (ब्यूरो)। नगर निगम के सभी 90 वार्डो में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन चल रहा है। जिनमें से 46 वार्डों में लोगों से पैसा लेकर कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी बीवीजी के कंधों पर है। जबकि बाकी वार्डों में निगम फ्री में कूड़ा कलेक्शन कर रहा है। लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि अब डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन बंद हो सकता है। इसका कारण है नगर निगम के खाते में पैसा ना होना।
निगम का खजाना खाली
स्थिति यह है कि नगर निगम के खजाने में कूड़ा गाडिय़ों के डीजल पर खर्च होने वाली धनराशि से लेकर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली बीबीजी कंपनी के कर्मचारियों का वेतन देने तक के पैसे भी नहीं है। गत सप्ताह ही कंपनी के कर्मचारी सैलरी ना मिलने पर हड़ताल कर हंगामा कर चुके हैं। वहीं पैसे के अभाव में पेट्रोल पंप मालिकों ने डीजल आपूर्ति बंद कर दी। जिससे आने वाले दिनों में वार्डों मेें चल रहा कूड़ा कलेक्शन ठप हो जाएगा। जिसका अंजाम ये होगा कि हर तरफ बस कूड़ा ही कूड़ा दिखाई देगा।
फैक्ट्स एक नजर में
25-30 लाख प्रतिमाह खर्च होता है नगर निगम की कूड़ा गाडिय़ों के डीजल पर
10 से 12 लाख हर माह नगर निगम द्वारा मिनिमम भुगतान पेट्रोल पंपों को करना होता है
4 माह में 1.20 करोड़ रुपए नगर निगम पर पेट्रोल पंपों के बकाया
2 माह की सैलरी नगर निगम ने कूड़ा कलेक्शन कंपनी बीवीजी को नहीं की रिलीज
90 लाख रुपये भुगतान बीवीजी प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों का चल रहा बकाया
14.70 करोड़ की राजस्व वसूली नगर निगम द्वारा की गई बीते पांच माह में
55 करोड़ गृहकर का वार्षिक लक्ष्य नगर निगम ने कर रखा है निर्धारित
बकाया वसूली के लिए नगर निगम बकायेदारों की कुर्की और सील लगाने की कार्रवाई करेगा
निगम की आय के साधन
हाउस टैक्स
वाटर टैक्स
विज्ञापन शुल्क
दुकान एवं अन्य संपत्ति किराया
लाइसेंस फीस
नगर निगम बोर्ड फंड में धन की कमी है। फिलहाल जो आवश्यक कार्य और भुगतान लंबित हैं उन्हें कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त