सदर इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह राणा के सरकारी काम से इलाहाबाद जाने की बात कागजों में दर्ज

सिपाही मनमोहन को कोर्ट में पेश कर भेज गया जेल

Meerut। भ्रष्टाचार के मामले में इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह राणा और सिपाही मनमोहन सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के तहत दोनों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं सिपाही मनमोहन को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है जबकि इंस्पेक्टर के सरकारी काम से इलाहाबाद जाने की बात दर्ज की गई है। हालांकि पुलिस इसे फरारी मानकर इंस्पेक्टर की तलाश में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि वह इंस्पेक्टर को जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेजेगी।

ये है मामला

गाजियाबाद के मसूरी निवासी ट्रक चालक अब्दुल सलाम ने 5 फरवरी को मेरठ सदर बाजार थाने में ट्रक चोरी का मुकदमा दर्ज कराया था। यह मुकदमा फर्जी तरह से ट्रक के इंश्योरेंस की रकम लेने को दर्ज कराया था। ट्रक को कहीं और बेच दिया गया था। सदर बाजार पुलिस छानबीन कर रही थी और ट्रक मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया गया। खुलासा हुआ ट्रक चोरी नहीं हुआ और फर्जी मुकदमा सदर थाने में लिखवाया गया। बावजूद इसके सदर बाजार पुलिस ने इस मामले में एफआर लगा दी थी। साथ ही इस मामले में वसूली भी की गई थी। जिसका खुलासा एसएसपी द्वारा कराई गई जांच में हो गया।

पुराने कार्यकाल की जांच

बिजेंद्र सिंह राणा इससे पहले गंगानगर और कंकरखेड़ा थाने में भी तैनात रहे हैं। उनके पुराने कार्यकाल की भी जांच होगी, जिससे पता चल सके कि उन्होंने वहां तो किसी भ्रष्टाचार की घटना को अंजाम नहीं दिया। इसके अलावा सिपाही मनमोहन इससे पहले लालकुर्ती थाने में तैनात रहा है। वहां भी वह ठेकेदारी का काम करता था। उसके भी पुराने कार्यकाल की जांच होगी।

विभागीय जांच भी शुरू

बिजेंद्र सिंह राणा और सिपाही मनमोहन के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के साथ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। एएसपी कैंट सूरज राय पूरे प्रकरण की जांच कर रहे है। पीडि़त के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं। सभी साक्ष्य जांच में शामिल किए जा रहे हैं ताकि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। वहीं दूसरी ओर इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह राणा का नंबर लगातार बंद चल रहा है।