मेरठ (ब्यूरो)। वेंक्टेश्वरा यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर शिक्षा, समानता और स्वतंत्रता का अधिकार विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित की गई। इसमें देश के विभिन्न हिस्से से शिक्षाविद पधारे। उन्होंने देश के साथ-साथ विश्व से आर्थिक, सामाजिक, असमानताओं एवं विषमताओं को दूर करने के संकल्प के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य के मुद्दे पर विचार रखे। साथ ही समानता अधिकार के साथ अखंड भारत के निर्माण की वकालत की।
जागरुकता रैली निकाली
इस अवसर पर लोगों को मानवाधिकारियों के प्रति जागरूक करने के लिए रैली निकाली गई। इसके साथ ही कर्मचारियों और स्टूडेंट्स को मानवाधिकारों की रक्षा की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का आरंभ चेयरमैन डॉ। सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ। राजीव त्यागी, मुख्य वक्ता अनुभूति चौहान, प्रभारी कुलपति डॉ। राकेश यादव, परिसर निदेशक डॉ। प्रताप सिंह आदि ने किया।
आम लोग भी हों जागरूक
इस मौके पर डॉ। सुधीर गिरि ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस का मकसद है कि लोगों को मानवाधिकारों के बारे में बताया जाए। उन्होंने कहा कि अकेले राइट टू एजूकेशन अधिकार की ताकत से आज देश के टॉप प्राइवेट स्कूलों में गरीब का बच्चा फ्री में पढ़ सकता है। यह इन मानवाधिकार की ही ताकत है।
शक्तिशाली राष्ट्र है भारत
प्रतिकुलाधिपति डॉ। राजीव त्यागी ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों के निर्वहन और मानवाधिकारों के दम पर भारत दुनिया का शक्तिशाली राष्ट्र है। इस अवसर पर रितु वर्मा, स्वाति काम्बोज, डॉ। बीसी दुबे, ब्रजपाल सिंह, दीपक कुमार, पूजा शर्मा, अरूण गोस्वामी, पूजा सिंह, अभिनव राणा अभिषेक महेश्वरी, जितेंद्र कुमार, अंकित चोकर पुष्पेंद्र मलिक एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन शर्मिला सोलंकी ने किया।