मेरठ (ब्यूरो). ये खबर आपको चिंतित कर सकती है। किस्सा यह है कि अपने शहर में अवैध निर्माण की बाढ़-सी आई हुई है। न निगरानी तंत्र एक्टिव है, न ही आला अधिकारी। कभी-कभार कोई एक्शन लिया भी गया तो सिर्फ खानापूर्ति के लिए। निराश नागरिक ट्विटर पर मुनादी कर रहे हैं, फिर भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा। ऐसा लगता है मानो अफसरों ने कुछ न करने की कसम खा रखी हो।

शिकायतों की भरमार
एमडीए का जोन डी शहर का बाहरी एरिया होने के कारण यहां कृषि योग्य जमीन पर अवैध रुप से कालोनियां काटी जा रही है। ऐसी ही एक कालोनी की शिकायत हमारे पाठक कुलदीप शर्मा ने ट्विटर के माध्यम से की है। इस शिकायत में गढ़ रोड के सिसौली से पंचगांव पट्टी को जाने वाले रास्ते पर बिना मानचित्र के अवैध कालोनी के निर्माण की शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता अरुण तोमर ने इस निर्माण की आईजीआरएस पोर्टल पर भी शिकायत की लेकिन उसका भी सही जवाब नहीं दिया गया। इस तरह की कई शिकायतें सोशल मीडिया पर लगातार की जा रही हैं।

पॉश इलाकों में अवैध निर्माण
एमडीए के अधिकार क्षेत्र में स्थित कॉलोनियों में अवैध निर्माण का जाल बुना जा रहा है। कई मामले तो ऐसे है, जो सेटिंग में सिमटकर रह जाते हैं। नक्शा पास कराकर उससे अधिक स्थान पर निर्माण करने की शिकायतें भी लगातार है। ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं, जहां खुद एमडीए के अधिकारियों की निगरानी में ही अवैध निर्माण की भरमार होती जा रही है। इसमें गढ़ रोड, शास्त्रीनगर, पीएल शर्मा रोड, गंगानगर, पल्लवपुरम समेत आवास-विकास परिषद के शास्त्रीनगर, जागृति विहार, मंगल पांडेय नगर आदि पॉश इलाके शामिल हैं। हालत यह है कि रिहायशी भवनों में स्वीट शॉप, रेस्टोरेंट्स, बेकरी, शोरूम से लेकर अस्पताल तक बन गए हैं।

हजारों अवैध निर्माण
गत माह आवास आयुक्त से अवैध निर्माण को लेकर शिकायत हुई थी। जिसके बाद आवास-विकास परिषद की ओर से अवैध निर्माण की रिपोर्ट एमडीए को भेज कर कार्रवाई के लिए कहा गया था। इसके मुताबिक शास्त्रीनगर, जागृति विहार, माधवपुरम आदि क्षेत्र में 2973 अवैध निर्माण हैं। इनमें रिहायशी क्षेत्र में अवैध अस्पताल, शोरूम, व्यवसायिक गतिविधियां और दुकानें शामिल हैं।

कार्यवाई भी बेअसर
हालांकि शिकायतों पर एमडीए व आवास विकास द्वारा कई बार अभियान चलाकर कार्रवाई भी की जाती रही है लेकिन अवैध निर्माण थमने का नाम न ही ले रहे।

गत चार माह में चले अभियान
- जोन-बी के बी-2 में डौरली रोड, आनंद लोक लावड़ रोड, पल्लवपुरम फेस-द्वितीय में अवैध निर्माण पर सील लगाई गई।
- लावड़ रोड पर आवासीय बिल्डिंग के साथ छह दुकानें बनाने का कार्य रोका गया।
- रोहटा रोड, कंकरखेड़ा क्षेत्र में अवैध रूप से बनाए जा रहे दुकानें, मकान आदि का काम रोका गया।
- शास्त्रीनगर में आवास विकास के दफ्तर के पास अवैध रूप से बने केसर स्वीट्स और बॉक्सी रेस्टोरेंट पर सीलिंग की कार्रवाई।
- शास्त्रीनगर गुरुद्वारा रोड पर हाल ही में सेक्टर 2 में बनाए गए अवैध अस्पताल का ध्वस्तीकरण किया गया।
- कंकरखेड़ा क्षेत्र में 14 हजार वर्ग मीटर में बनाई गई तीन अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त कर किया गया।
- खिर्वा रोड पर 3 कॉलोनियों का हुआ था ध्वस्तीकरण हुआ, यहां करीब 14 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में अवैध रूप से प्लॉटिंग करके कॉलोनियां काटी गई थी।
- अवैध निर्माण न रोक पाने और कार्रवाई न करने पर एमडीए उपाध्यक्ष ने आठ कर्मचारियों को किया था निलंबित।
- व्यावसायिक कॉमप्लेक्स, दुकानों के चल रहे अवैध निर्माण पर जोनल अधिकारी, जेई से जवाब-तलब किया गया था।
- एमडीए के अनुसार 200 निर्माणकर्ताओं को नोटिस किए गए जारी।
- मार्च माह में एमडीए ने बनाई ध्वस्तीकरण की योजना।

वर्जन
अवैध निर्माण पर सील लगाने को लेकर प्राधिकरण को निर्माणों की सूची के साथ पत्र भेजा जा रहा है। एमडीए की टीम ने कई निर्माण सील कर कार्रवाई कर चुकी है।
एमबी कौशिक, अधिशासी अभियंता