मेरठ (ब्यूरो). कैंट एरिया में लेट नाइट डीजे को पूर्ण रूप से प्रतिबंध कर दिया गया है। अगर कोई डीजे चलाते हुए पाया गया तो 25 हजार रुपये के अर्थदंड के साथ ही सामान भी जब्त किया जाएगा। अधिकारियों की मानें तो एनजीटी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों का रिकॉल विभागों को आया है। इसके बाद से ही कैंट बोर्ड व प्रशासन ने इस संबंध में कैंट एरिया में राउंड लगाए और डीजे बंद करवाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पहले भी दिए थे आदेश
कैंट बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो एनजीटी ने पहले ही रात को देर से डीजे बजाने को मना किया था। अब एक बार फिर से संबंधित सभी विभागों को निर्देश आया है कि वो इसपर ध्यान दें। वहीं सीईओ नवेंद्र नाथ ने बताया कि कैंट में इन दिनों रात दस बजे के बाद तेज आवाज में डीजे बजने की शिकायतें आ रही हैं। जिसकी कॉपी प्रशासन के पास भी शिकायत के तौर पर गई हैं। एनजीटी ने ये आदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत दिए थे। इस अधिनियम के तहत साउंड पॉल्यूशन आता है। जिसमें नागरिक सुविधाओं, बच्चों की पढ़ाई और बुजुर्ग और बीमार लोगों की सेहत को ध्यान में रखकर किया गया है। इसपर विभागों को ध्यान देने की अवश्यकता है। सीईओ ने बताया उन्होनें इस संबंध में संबंधित थानों से भी मदद के लिए प्रशासन को लिखा है।
ऑक्शन किया जाएगा सामान
कैंट बोर्ड के अधिकारियों की मानें जब्त किया गया सामान कुछ दिनों के बाद ऑक्शन किया जाएगा। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोई लाउड स्पीकर लगाएगा तो 10 बजे तक ही यूज कर सकेगा। लाउड स्पीकर के लिए कैंट बोर्ड से परमीशन लेनी होगी। वैसे तो पहले ही ये नियम था पर इसको लेकर अब अधिक सख्ती कर ली गई है।
लगाई गई टीम
इसे चेक करने के लिए कैंट बोर्ड के अधिकारियों ने एक टीम बनाई है। जिसमें पीआरडी का एक दरोगा और दो सिपाही होंगे। क्यूआरटी की टीम भी इसमें शामिल होगी। रेवेन्यू सेक्शन का एक क्लर्क होगा, जोकि चालान काटने के लिए होगा। सीईई रेवेन्यू सुप्रीटेंडेंट को असिस्ट करेंगे।
शराब पर भी प्रतिबंध
पिछले साल की तरह इस बार भी कैंट एरिया में सड़कों, बार के बाहर और सार्वजनिक स्थलों पर कोई शराब पीता हुआ पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में सख्त आदेश हुए हैं। ऐसे लोगों की शराब को जब्त कर लिया जाएगा। वहीं उनसे जुर्माना भी वसूला जाएगा।
कोट्स
कैंट नियमों के प्रति सजग नहीं है। कार्रवाई के नाम पर कोई ध्यान नहीं देता है। यहां इस समस्या पर कई बार शिकायतें कीं पर कोई सुनवाई नहीं होती। महज आदेश निकलते हैं
संजीव
ये बहुत ही अच्छा है। दूसरों की परेशानियों को अपनी खुशियों में नहीं भूलना चाहिए। इस आदेश पर कैंट केवल निर्देश देता है। दो तीन दिन कार्रवाई होती है फिर भूल जाते हैं।
राजीव
कार्रवाई करनी भी चाहिए केवल कहने से नहीं होगा। लोगों को परेशानी न हो ये जिम्मेदारी है इसका ध्यान रखना चाहिए।
ब्रजमोहन
बिल्कुल ठीक है। नियम को लेकर सख्त रहना भी जरूरी है। मात्र कागजी निर्देश ही होकर रह जाते हैं।
निकुंज
वर्जन
डीजे से काफी लोगों को परेशानी होती है। अपने पारिवारिक समारोह में या अन्य कार्यक्रमों में लोग देर रात एक दो बजे तक भी डीजे बजा रहे हैं। अगर कोई डीजे बजाता हुआ पाया जाता है तो उस पर 25 हजार रुपये का आर्थिक दंड लगाया जाएगा। वहीं उसका सामान भी जब्त कर लिया जाएगा।
नवेंद्र नाथ, सीईओ