- यामी गौतम ने मीडिया से साझा किए अपने अनुभव
- फिटनेस के मामले में बिल्कुल भी नहीं करतीं लापरवाही
मेरठ- छोटे पर्दे से लेकर बॉलीवुड में अपनी एंट्री तक के सफर में अभिनेत्री यामी गौतम ने भी खूब मेहनत की है। बुधवार को मेरठ के होटल सम्राट हैवेंस में एक ज्वैलरी शो रूम का उद्घाटन करने पहुंची यामी गौतम ने मीडियाकर्मियों से अपने अनुभव साझा किए। यामी ने बताया कि बॉलीवुड में उनकी एंट्री 2012 में हुई थी। अपनी पहली फिल्म विकी डोनर के साथ। इस फिल्म में यामी ने अपनी मेहनत से आगे अपनी जगह बना ली।
हिमाचल में जन्म
यामी गौतम का जन्म हिमाचल के बिलासपुर में हुआ था। इनके पिता मुकेश गौतम पंजाबी फिल्मों के डायरेक्टर थे। फिर भी यामी ने उनकी मदद से बॉलीवुड में डेब्यू नहीं किया। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से एक मुकाम पाया है।
फिटनेस की चर्चा
यामी अपनी फिटनेस के कारण भी काफी चर्चा में है। यामी ने बताया कि हमेशा अपनी फिटनेस का ध्यान रखती हैं, यामी हमेशा डाइट और अन्य चीजों का बहुत ख्याल रखती हैं। उनकी सुंदर स्किन के भी चर्चे हमेशा होते हैं।
यादगार रहीं फिल्में
यामी ने अनेक बॉलीवुड फिल्मों में काम किया हैं। उन्होंने 'एक्शन जैक्शन', बदलापुर और सनम रे, काबिल में काम किया है। उसके बाद वो ऐड फिल्मों में भी काम करने लगी और इसके बाद उन्हें घर-घर पहचाना जाने लगा।
गर्ल्स बिना फिल्में नहीं
फिल्मी दुनियां में गर्ल्स के लिए स्कोप के पर सवाल करने पर हंसते हुए यामी ने कहा कि अगर फिल्मों में लड़कियां नहीं होंगी तो लड़का आई लव्यू किसे कहेगा। यामी ने कहा कि बिना लड़कियों के फिल्म बनना असंभव है।
मधुबाला रोल मॉडल
फिल्मों में आजकल बायोग्राफी पर ज्यादा कहानियां दिखाई जा रही हैं। अगर आपको मौका मिला तो किसका रोल करना पसंद करेंगी। इस सवाल पर यामी ने कहा कि वो अपनी रोल मॉडल मधुबाला व इंदिरा गांधी को मानती हैं, इसलिए उन्हीं का रोल करेंगी।
मुश्किल था वह रोल
काबिल फिल्म में एक अंधी लड़की का किरदार निभाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी। यामी ने कहा कि उस समय बहुत चैलेंज थे। लेकिन फिल्म सफल होने के बाद चेहरे पर अब जो मुस्कान है और दिलों में जो इज्जत है, उसके सामने वो मेहनत व मुश्किल पल भी भूल चुकी हूं।
बनना था आईएएस
यामी आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं। यामी गौतम ने लॉ की पढ़ाई तो की और साथ में यूपीएससी की तैयारी भी की, पर भविष्य में बालीवुड लिखा था।