मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू ने भी यूजीसी के निर्देशों के बाद मई से शुरू होने वाले इस जागरूकता अभियान को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस संबंध में वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने सभी कॉलेजों को निर्देश दिया है कि वो अपने यहां के स्टूडेंट्स को विभिन्न हेल्पलाइन के नंबर्स की जानकारी दें। स्टूडेंट्स के साथ हेल्पलाइन से होने वाले फायदों और सुविधाओं से संबंधित विषयों पर चर्चा करें। जिससे उन्हें भी पता हो कि उन्हें ये जानकारी आगे कैसे फॉरवर्ड करनी है। स्टूडेंट्स को बताया जाए कि उन्हें इसके लिए एक जागरूकता अभियान का हिस्सा बनना है।

गांव में करेंगे जागरुक
जानकारी के मुताबिक स्टूडेंट्स द्वारा उनके आसपास के गांव में टोलियां बनाकर लोगों को जागरुक किया जाएगा। एक टोली में कम से कम तीन स्टूडेंट्स होंगे। अभियान के तहत स्टूडेंट्स की ये टोलियां ग्रामीणों को पुलिस विभाग से लेकर सीएम हेल्पलाइन समेत मेडिकल हेल्पलाइन, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर, वूमेन हेल्पलाइन के बारे में जागरुक करेंगे। जिससे इन हेल्पलाइन नंबर्स का लाभ ग्रामीण ले सकें।

पोस्टर से देंगे जानकारी
ग्रामीणों को हेल्पलाइन नंबर्स के बारे में मौखिक जानकारी देने के साथ ही पोस्टर व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भी जागरूक किया जाएगा। साथ ही ग्रामीणों को बताया जाएगा कि किसी जरूरत के लिए किसी हेल्पलाइन का इस्तेमाल करना है। साथ ही मुसीबत के समय में कौन सी हेल्पलाइन का इस्तेमाल करने से तुरंत मदद मिलेगी। स्टूडेंट्स ग्रामीणों को जागरूक करेंगे कि वह कैसे सरकारी हेल्पाइन नंबर्स के जरिए अपनी मदद खुद कर सकते हैैं।

यूनिवर्सिटी के निर्देशों के अनुसार हम जागरूकता अभियान में पूरा सहयोग करेंगे। इससे हमें भी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
अरूण

जागरूकता अभियान का हिस्सा बनने से हमारी जानकारी भी बढ़ेगी। लोगों को जागरूक करने का मौका भी मिलेगा।
पूर्ति

हमने पहले अपने स्तर पर एनसीसी कैंप में इस अभियान से संबंधित कुछ नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया था। इससे लोगों में जागरूकता आई भी थी।
प्रिया

यूजीसी ने ये ठीक कहा है कि युवाओं को ही आगे चलकर देश का भविष्य बनाना है। इसलिए उनका जागरूक होना बहुत जरुरी है।
विजित

युवाओं को जागरूक करना बहुत जरुरी है। जब वो अधिक जागरूक होंगे तब दूसरों को जागरूक कर पाएंगे। इसलिए यूजीसी ने स्टूडेंट्स को इस अभियान का जिम्मा दिया है। इसके लिए सभी कॉलेजों व विभागों को निर्देश जारी कर दिया गया है।
प्रो। संगीता शुक्ला, वीसी, सीसीएसयू