मेरठ (ब्यूरो)। सर्वेक्षण में फीडबैक देने के लिए केंद्रीय शहरी आवास मंत्रालय की ओर से जनता के सामने गूगल वेब लिंक के माध्यम से कई ऑप्शन दिए गए हैं। आम जनता का फीडबैक जहां मेरठ की रैंकिंग सुधारेगा, वहीं अच्छी रैंकिंग मेरठ को प्रदेश में टॉप 10 के पायदान तक पहुंचा सकती हैै।
5178 ने दिया फीडबैक
नगर निगम के पोर्टल के आंकडों के अनुसार अभी तक शहर के करीब 5178 लोग स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए अपना फीडबैक दर्ज करा चुके हैं। इनमें स्वच्छता ऐप और माय जीओवी ऐप पर एक भी फीडबैक नहीं आया है। केवल गूगल के माध्यम से मोबाइल पर भेजे जा रहे वोट फॉर योर सिटी से 213 और सिटीजन फीडबैक वेब लिंक के माध्यम से 4965 फीडबैक स्वास्थ्य विभाग को मिले हैं। इस तरह अब तक कुल 5178 लोग अपना फीडबैक दे चुके हैैं।
देरी पड़ेगी भारी
शुरुआती दौर में सर्वर स्लो होने और ओटीपी न मिलने से फीडबैक की रफ्तार कम थी। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 7500 अंकों के सर्वेक्षण में अकेले सिटीजन फीडबैक के 2250 अंक निर्धारित किए गए हैं। यह अंक सीधे तौर पर जनता के फीडबैक से प्राप्त होंगे। इसमें जनता को कचरा निस्तारण, कूड़ा कलेक्शन, सफाई से संबंधित सवालों पर अपना फीडबैक देना है।
स्वच्छता ऐप में सुधार
फीडबैक के लिए नगर निकायों का लक्ष्य आबादी के सापेक्ष पांच प्रतिशत लोगों का फीडबैक दर्ज कराने का है। इसके लिए नगर निगम ने विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार कर रहा है। लेकिन गत माह एप का सर्वर डाउन होने की वजह से अधिकतर लोगों का फीडबैक दर्ज नहीं हो सका था। सर्वर स्लो होने से ओटीपी आने में बहुत लंबा समय लग रहा था। इस कारण से फीडबैक की अंतिम तिथि में इजाफा किया गया है। अब ऐप में कुछ सुधार आया है इसलिए ही अंतिम तिथि को 30 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है।
फीडबैक के सवाल
क्या आप सूखा-गीला कूड़ा अलग-अलग देते हैं।
क्या आप गूगल पर नजदीकी सार्वजनिक शौचालय खोजने के बारे में जानते हैं।
क्या आपके आसपास का क्षेत्र हमेशा साफ-सुधरा रहता है।
क्या आप घरेलू खाद के बारे में जानते हैं।
आपकी उम्र क्या है।
फीडबैक देने के लिए 15 दिन का समय बढ़ाया गया है। इसका कारण रहा कि ऐप पिछले माह सर्वर के कारण स्लो रही थी। फीडबैक कम रहा था। उम्मीद है कि इससे फीडबैक बढ़ेगा।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त