- डब्लूएचएफ में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों से हॉकी इंडिया ने करार तोड़ दिया है?
ये बेवकूफी है हॉकी इंडिया की। डब्लूएचएफ में मेरठ के विकास शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया। जबकि गुरजिंदर सिंह भी एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। ऐसे खिलाडिय़ों को नजरअंदाज करना तो गलत है ही।
- ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम से क्या उम्मीदें हैं?
भारतीय हॉकी टीम प्रथम छह में शामिल रहेगी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया, हॉलैंड, जर्मनी, न्यूजीलैंड, स्पेन भारत से आगे हैं।
- भारतीय कोच माइकल नॉब्स की क्या खासियत है?
माइकल नोब्स ने भारतीय हॉकी को अटैकिंग बनाया है, क्योंकि वह खुद एक ऑस्ट्रेलियन है और ऑस्टे्रलियन अटैकिंग हॉकी खेलते हैं।
- आप पूर्व गोलकीपर कोच रहे हैं, ऐसे में भरत छेत्री को कहां आंकते हैं?
भरत पॉजीटिव रहता है, उसमें नेतृत्व की क्षमता है। यही उसकी खासियत है।
- डब्लूएचएफ को कहां आंकते हैं?
बेशक डब्लूएचएफ से भारतीय हॉकी का स्तर सुधरेगा। जो खिलाड़ी इसमें नहीं चुने गए हैं, वो बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे, जिससे अगले सीजन में जगह बना सकें।
- भारतीय हॉकी टीम कहां कमजोर है?
हॉकी टीम डिफेंस, स्पीड, फिनिशिंग और एक्सपीरियंस में कमजोर है।
- आप मेरठ से हैं, यहां हॉकी के स्तर को सुधारने के लिए कुछ करेंगे?
बिल्कुल, मेरठ में कभी बहुत अच्छा स्कोप था, मौका मिला तो जरूर मेरठ के पुराने दिन वापिस लौटाने की कोशिश करुंगा।
रोमियो जेम्स
- 1981 से 1985 तक भारतीय हॉकी टीम में गोलकीपर रहे
- 1984 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम में शामिल
- 1993 से 1994, 2005 और 2008 से 2011 तक भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर कोच रहे।