शुभकामना अस्पताल से फर्जी डॉक्टर के पकड़े जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
जिले में धड़ल्ले से चल रहे अन रजिस्टर्ड क्लीनिक और अस्पताल
3 महीने में 16 एफआईआर दर्ज हुई हैं झोलाझाप डॉक्टर्स के खिलाफ
4 ऐसे झोलाछाप डॉक्टर्स पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी कोरोना काल में
Meerut। शुभकामना अस्पताल से फर्जी डॉक्टर के पकड़े जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ चुका है। इसके बाद जहां जिले भर के डॉक्टर्स का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। वहीं बिना लाइसेंस चल रहे क्लीनिक और अस्पतालों पर भी कार्रवाई की तैयारी शुरू की जा रही है।
बिना लाइसेंस अस्पताल
फर्जी डिग्री लेकर मरीजों का इलाज कर रहे डॉ। विक्रांत उर्फ मनीष कौल का मामला अकेला नहीं हैं। बल्कि जिले में ऐसे तमाम अस्पताल और क्लीनिक चल रहे हैं, जो मानकों की धज्जियां उड़ रहे रहे हैं। सरकारी आंकड़ों में करीब 900 क्लीनिक चल रहे है। जबकि हकीकत में शहर भर में गली-मोहल्लों में क्लीनिक खुले हुए हैं। बड़ी बात ये हैं कि यहां पर मानक भी पूरे नहीं हो रहे हैं।
3 माह में 16 एफआईआर
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में फर्जी और झोलाझाप डॉक्टर्स के खिलाफ 3 महीने में 16 एफआईआर दर्ज हुई हैं। कोरोना काल में भी शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से 4 ऐसे झोलाछाप डॉक्टर्स पर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी।
अस्पतालों को भी नोटिस
स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऐसे अस्पतालों को भी नोटिस जारी किए हैं जहां पर मानकों के विपरीत काम हो रहा है। बीते महीने शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच की गई थी। जिसमें से 18 शिकायतें सही पाई गई थी। जिसमें 12 अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया था।
मरीजों के साथ खिलवाड़
विक्रांत उर्फ मनीष कौल जैसे तमाम फर्जी डॉक्टर्स जिले में सक्रिय हैं। जिले में ऐसे डॉक्टर्स धड़ल्ले से मरीजों का इलाज कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि विक्रांत उर्फ मनीष कौल ने कोरोना काल में भी मरीजों का इलाज किया था। वहीं तेजगढ़ी स्थित अपने क्लीनिक पर भी मरीजों को देखता था। जिले में ऐसे और भी फर्जी डॉक्टर्स न केवल मरीजों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं बल्कि बड़े अस्पतालों से जुड़कर मरीजों को ठग रहे हैं और मोटा मुनाफा भी कमा रहे हैं।
ये है स्थिति
रजिस्टर्ड क्लीनिक- 896
नर्सिग होम व अस्पताल- 206 करीब
डॉक्टर्स- 900 करीब
हमारे रिकॉर्ड में विक्रांत या मनीष कौल रजिस्टर्ड नहीं मिला है। शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में ऐसे अन्य डॉक्टर्स और अस्पतालों पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
डॉ। विश्वास चौधरी, एसीएमओ, मेरठ