मेरठ (ब्यूरो)। गौरतलब है कि जैनपुर निवासी अंतरराष्ट्रीय एथलीट खिलाड़ी रूपल चौधरी पिछले माह से जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण परेशान थीं। चिकित्सीय भाषा में इस बीमारी को हैमस्ट्रिंग पेन कहते हैं। रूपल के अनुसार, इस दर्द के कारण वह अपने खेल पर फोकस नहीं कर पा रही थी। इसके बाद रूपल ने इस बीमारी से निजात के लिए डॉ। केपी सैनी के संपर्क में आई थी।
15 दिन में हुई फिट
रूपल चौधरी ने बताया कि उन्होंने ओप्टिमस क्लीनिक पर आकर लगातार 15 दिन फिजियोथेरेपी का उपचार लिया और फिट होकर दो पदक देश के लिए जीते। डॉ। केपी सैनी ने बताया कि जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण उसे लेजर व मैन्युअल तकनीक से चिकित्सीय उपचार उपलब्ध कराया गया। लगभग 15 दिनों में रूपल फिट हो गई।
स्वागत के साथ शिविर
बीमारी से आराम मिलने के बाद शनिवार को रूपल बागपत रोड स्थित ओप्टिमस क्लीनिक में पहुंची। जहां उनका भव्य स्वागत डॉ। केपी सैनी और रोटरी क्लब द्वारा किया गया। शनिवार को इस खास अवसर पर ओप्टिमस क्लीनिक, रोटरी क्लब के सानिध्य में हड्डियों में कैल्शियम जांच और दर्द निवारण हेतु नि:शुल्क शिविर लगाया गया। इसका शुभारंभ अंतरराष्ट्रीय एथलीट रूपल चौधरी ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर रोटरी क्लब के पूर्व गवर्नर मनीष शारदा, रोटरी क्लब के वर्तमान अध्यक्ष मुकेश मित्तल सचिव डॉ। केपी सैनी, पुलकित जैन, सीमा मित्तल, अतुल वैश्य, एस के दीक्षित तथा कई अन्य रोटरियन भी उपस्थित रहे।