मेरठ (ब्यूरो)। अवैध निर्माण के खिलाफ योगी सरकार की सख्ती काबिले तारीफ है। भनक लगते ही सरकारी मशीनरी एक्टिव हो जाती है, बुलडोजर को भी पहुंचने में देर नहीं लगती। अब तस्वीर का दूसरा पहलू देखिए। सीसीएसयू के हजारों स्टूडेंट्स सालभर से स्कॉलरशिप की बाट जोह रहे हैं, लेकिन न जाने यह कहां अटका हुआ है।

30 हजार स्टूडेंट्स
इस साल करीब 30 हजार स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप नहीं मिल पाई है। स्टूडेंट्स अपनी स्कॉलरशिप की प्रतिक्षा कर रहे हैं। स्टूडेंट्स ने ट्वीट के माध्यम से सीएम व स्कॉलरशिप ट्विटर एकाउंट व मेरठ डीएम से गुहार लगाई है। ताकि उनको स्कॉलरशिप का लाभ मिल सके।

भरे थे फार्म
दरअसल, समाज कल्याण विभाग को स्कॉलरशिप के कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी थी। यूनिवर्सिटी व कॉलेजों के ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल के करीब 30 हजार स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप का इंतजार है। बता दें कि स्कॉलरशिप के लिए जनवरी दस तक फार्म भरे गए थे। उसके बाद फरवरी में स्कॉलरशिप स्टेटस चेक करने के लिए लिंक भेजा गया। जब स्टूडेंट्स ने यहां स्टेटस चेक किया तो कुछ के बैंक अकाउंट गलत थे तो किसी के आधार कार्ड लिंक करने बाकी। किसी के इंस्टीट्यूट ही गलत भरे हुए थे। ऐसे में विभाग ने उस पोर्टल को करेक्शन के लिए खोला और स्टूडेंट्स को 20 मार्च तक करेक्शन का समय दिया। काफी स्टूडेंट्स ने सही करवाया। इसके बाद 31 मार्च तक स्कॉलरशिप आने की डेट दी गई। वित्त वर्ष खत्म होने के बाद भी स्कॉलरशिप का कोई अपडेट नहीं है। स्टूडेंट्स के अनुसार इसके बारे में जब लखनऊ में पता करवाया तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।

34 प्रतिशत को स्कॉलरशिप
मेरठ में पौने दो लाख ने फार्म भरे थे। इनमें से 34 प्रतिशत को स्कॉलरशिप मिली थी। बचे हुए करीब एक लाख में से अधिकतर ने जानकारी के अभाव में फॉर्म की कमियों को ठीक नहीं कराया। हालांकि 30 हजार स्टूडेंट्स का वेरिफिकेशन हो चुका है, जिनकी स्कॉलरशिप आनी है। बाकी जो अपने फार्म का सुधार नहीं कर पाए हैं। वह स्कॉलरशिप से वंचित रह सकते हैं।

दो किस्तों में मिलेगी
स्कॉलरशिप दो किस्तों में मिलेगी। सभी की कोर्स वाइज अलग-अलग स्कॉलरशिप आनी है। किसी की 34 हजार, किसी की 30 तो किसी की 20 हजार। इसमें 40 प्रतिशत की एक किस्त स्टेट गर्वमेंट द्वारा व दूसरी किस्त 60 प्रतिशत जो भारत सरकार द्वारा दी जाएगी।

सीएम से लगाई गुहार
छात्र नेता अंकित अधाना ने ट्विटर एकाउंट के माध्यम से सीएम योगी, मेरठ डीएम व स्कॉलरशिप एकाउंट तीनों पर ट्वीट करके समस्या से अवगत करवाया है। इसके साथ ही सीएम से गुहार लगाई है कि वो सभी की स्कॉलरशिप जल्दी से दिलवा दें ताकि आर्थिक परेशानी को दूर किया जा सके। शनिवार को इस संबंध में समाज कल्याण विभाग में जाकर स्टूडेंट्स अधिकारी से भी मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन, वहां पर भी स्कॉलरशिप दिए जाने के संबंध में कुछ संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका।

क्या कहते हैं स्टूडेंट्स
मेरी स्कॉलरशिप आनी थी लेकिन, अभी तक नहीं आई है। हमने इसको लेकर समाज कल्याण विभाग जाकर मुलाकात भी की पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
अंकुर कुमार

इस संबंध में शिकायत की है। कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। आखिर कब स्कॉलरशिप आएगी। इस संबंध में कोई नहीं बता रहा है।
मोंटी सैनी

बीए सेकेंड ईयर की स्कॉलरशिप आनी है। मुझे आगे की फीस के लिए पैसा चाहिए। स्कॉलरशिप मिलने पर समस्या से निजात मिल सकेगी।
नवास सलमानी

बीए थर्ड ईयर में हूं। मुझे अभी तक स्कॉलरशिप नहीं मिली है। विभाग में इसकी शिकायत भी की जा चुकी है।
शुभम इंसा

वर्जन
दरअसल इस संबंध में पहले कुछ दिक्कतें आईं। काफी स्टूडेंट्स के फार्म अपडेट नहीं हुए थे। फार्म भरने में कुछ कमियां रह गई थीं, जिनके सुधार में समय लगा। अब दो सप्ताह बाद स्कॉलरशिप आ जाएगी। इस संबंध में लखनऊ बात हुई है।
मुस्ताक अहमद, इंचार्ज, समाज कल्याण विभाग