मेरठ (ब्यूरो)। लोहियानगर और मंगतपुरम में लगे कूड़े के पहाड़ को खत्म करने के लिए नगर निगम जल्द लीगेसी वेस्ट प्लांट लगाने जा रहा है। उम्मीद है कि इस प्लांट से शहर के दोनो कोनों पर लगे कूड़े के पहाड़ काफी हद तक कम या खत्म हो सकेंगे और हरित कोयला भी बनेगा। इस योजना को जमीन पर उतारने के लिए निगम ने काम भी शुरू कर दिया है।

कूड़े से बनेगा बायो कोयला
गौरतलब है कि वर्तमान में लोहिया नगर और मंगतपुरम में कूड़े के पहाड़ हैं। यहां शहर का करीब 15 लाख टन कूड़ा डंप है। स्थिति यह है कि यहां लगे कूड़े के ढ़ेर और गंदे पानी से मीथेन सहित अन्य हानिकारक गैसों का उत्सर्जन हो रहा है। जिसके कारण आसपास के तीन से पांच किमी के दायरे में कालोनियों तक बीमारियां व बदबू का दायरा फैल चुका है। दोनों जगह लीगेसी वेस्ट प्लांट लगने से कूड़े का पहाड़ भी खत्म होगा और बीमारियों का खतरा भी खत्म हो जाएगा। इसके तहत योजना है कि कूड़े से हरित कोयला बनाया जाएगा। इसे बायो-कोयला भी कहा जाता है। इसे स्वच्छ ईधन भी कहते हैं। इसे कृषि अवशेष और ठोस अपशिष्ट यानि कूड़े से बनाया जाता है। हरित कोयले का ये फायदा है कि यह उत्पादित कार्बन डाई आक्साइड उत्सर्जन की मात्रा को कम करता है। हरित कोयला पारंपरिक कोयले की तुलना में सल्फर डाई आक्साइड, पार्टिकुलेट मैटर और ग्रीन हाउस गैसों जैसे प्रदूषकों का उत्सर्जन कम करता है।

ऑनलाइन होगी प्रदूषण की निगरानी
इसके साथ ही इन प्लांट पर प्रदूषण की निगरानी के लिए ऑनलाइन प्रदूषक मानीटङ्क्षरग सिस्टम लगाए जाएंगे। जिसके जरिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रतिदिन पर्यावरणीय मानकों की ऑनलाइन चेङ्क्षकग कर सकेगा। साथ ही एक लैब भी बनेगी जहां हरित कोयले की क्वालिटी भी चेक की जाएगी।