मेरठ (ब्यूरो)। आय़ुर्वेद जीवन के निर्माण की विधा है। अगर कहीं प्राण हैं तो सिर्फ आयुर्वेद में हैं, बाकी सभी पैथी में सिर्फ शरीर का इलाज किया जाता है। यह बात प्रसिद्ध कथावाचक विजय कौशल महाराज ने कही। वे आईआईएमटी आय़ुर्वेदिक मेडिकल कालेज में आयुर्संजीवनी आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

समाज को मिले नई दिशा
उन्होंने कहाकि आयुर्वेद के माध्यम से समाज को नई दिशा देने की आवश्यकता है। इस विधा से गंभीर बीमारियों का भी सटीक इलाज किया जा सकता है। आईआईएमटी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल व मिरेकिल पेय पदार्थ लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आईआईएमटी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में आयुर्संजीवनी: आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र का शनिवार को भव्य उद्घाटन किया गया।

एएमयू साइन किया
विश्वप्रसिद्ध कथावाचक विजय कौशल महाराज और उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का सभागार में उपस्थित लोगों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। इस दौरान आईआईएमटी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल और मिरेकल पेय प्राइवेट लिमिटेड के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

आयुर्वेद पर की चर्चा
कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने कहा कि डॉ.एमएस राजू ने देश की सबसे प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा को छोड़कर अपना जीवन आयुर्वेद को समर्पित कर दिया है। अब उनके इस व्रत और संकल्प का लाभ आईआईएमटी में आयुर्संजीवनी के माध्यम से क्षेत्र की जनता को मिलने वाला है।उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि आईआईएमटी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में स्थापित आयुर्संजीवनी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।

प्रकृति की ओर लौटे
उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति की ओर लौटना होगा। आय़ुर्वेद में प्रवेश से प्रकृति के करीब होने का अहसास होता है। प्रकृति अद्भुत है और यदि आप प्रकृति को संभालेंगे तो यह आपकी सभी बीमारियों को खींच लेगी। मंत्री ने कहा कि 2047 में युद्ध ज्ञान से होगा ताकत या हथियारों से नहीं। जिसके पास ज्ञान की ताकत होगी वो ही विजयी होगा। मंच का संचालन वत्सला तोमर ने किया।

ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर सीसीएस यूनिवर्सिटी की वीसी प्रो। संगीता शुक्ला,डीएम दीपक मीणा, सेवानिवृत्त आईएएस एसएम राजू, विश्वप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य राजीव नारायण शर्मा, इंडियन वैद्याज के संस्थापक डॉ। पीयूष जुनेजा, सौरभ गुप्ता एवं आईआईएमटी समूह की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पियांशु अग्रवाल आईआईएमटी विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ। दीपा शर्मा, कुलसचिव डॉ। वीपी राकेश, प्रति कुलपति डॉ वैभव श्रीवास्तव, डीन को-करीकुलर अफेयर्स एंड इवेंट डॉ लखविंदर सिंह, निदेशक प्रशासन डॉ। संदीप कुमार, वित्त नियंत्रक नीरज मित्तल, मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा, सभी विभागों के डीन, एचओडी, शिक्षक और छात्र मौजूद रहे।