- कैंट बोर्ड बैठक में प्रस्ताव को दी मंजूरी
- अनुज सिंह की बहाली पर फिर अटका मामला
Meeruा। छावनी परिषद क्षेत्र में डोर टू डोर कलेक्शन पर लोगों को शुल्क देना होगा। तीस रुपये से लेकर दस हजार रुपये तक शुल्क रखा गया है। वहीं बंगला नंबर 210 बी मामले में सस्पेंड चल रहे सीईई अनुज सिंह की बहाली फिर से अटक गई। बोर्ड ने चार्ज शीट दाखिल न होने तक इसको रोके रहने की बात कही।
यह लगेगा शुल्क
- बिल्डिंग 500 स्कॉवर फिट तक- 100 रुपये प्रतिमाह
- बिल्डिंग 500 स्कॉवर फिट से अधिक - 200 रुपये प्रतिमाह
- स्लम एरिया- 30 रुपये प्रतिमाह
- दुकान 500 स्कॉवर फिट तक- 200 रुपये प्रतिमाह
- दुकान 500 स्कॉवर फिट से अधिक - 300 रुपये प्रतिमाह
- मूंगफली बेचने वाले- 50 रुपये प्रतिमाह
- टी स्टॉल- 50 रुपये प्रतिमाह
- रेस्टोरेंट 50 स्कॉवर मीटर तक- 500 रुपये प्रतिमाह
- रेस्टोरेंट 50 स्कॉवर मीटर से अधिक - 1000 रुपये प्रतिमाह
- होटल 15 रूम तक- 2000 हजार रुपये प्रतिमाह
- होटल 30 रूम तक- 3000 हजार रुपये प्रतिमाह
- लॉज 15 रूम तक- 1500 रुपये प्रतिमाह
- लॉज 15 से 30 रूम तक- 2500 रुपये प्रतिमाह
- धर्मशाला 30 रूम तक- 800 रुपये प्रतिमाह
- धर्मशाला 30 रूम से अधिक - 1200 रुपये प्रतिमाह
- बैंक- 5000 हजार रुपये प्रतिमाह
- सिनेमा हॉल- 2500 रुपये प्रतिमाह
- स्कूल 500 स्टूडेंट तक- 3000 हजार रुपये प्रतिमाह
- स्कूल 500 स्टूडेंट से अधिक- 5000 हजार रुपये प्रतिमाह
- शॉपिंग कॉम्पलेक्स- 10000 रुपये प्रतिमाह
- ग्रोसरी शॉप- 300 रुपये प्रतिमाह
- नर्सिग होम और क्लीनिक- 2000 रुपये प्रतिमाह
- हॉस्पिटल 20 बेड तक- 3000 रुपये प्रतिमाह
- हॉस्पिटल 20 बेड से अधिक- 5000 रुपये प्रतिमाह
- बैंकट हॉल और विवाह मंडप- 5000 रुपये प्रतिमाह
- हॉस्टल 30 रुम तक- 500 रुपये प्रतिमाह
- हॉस्टल 30 रुम से अधिक- 1000 रुपये प्रतिमाह
- हॉयर एजुकेशन इंस्टीटयूट- 5000 रुपये प्रतिमाह
- वर्कशॉप और फैक्टरी- 7500 रुपये प्रतिमाह
कानूनी पेंच में लटकी अनुज सिंह की बहाली
सोमवार दोपहर 3 बजे शुरू हुई कैंट बोर्ड बैठक में सीईई अनुज सिंह की बहाली का मुद्दा सीईओ की ओर से उठाया गया। इस पर डेढ़ घंटे तक चर्चा हुई, लेकिन नतीजा कोई नहीं निकला। सीईओ राजीव श्रीवास्तव अनुज की बहाली चाहते थे, लेकिन कानूनी पेंच होने के कारण मामला फिर लटक गया। बैठक में मौजूद सदस्य एडीएम सिटी गौरव वर्मा ने कहा कि चार्जशीट कोर्ट में पेश होने तक बहाली नहीं हो सकती। अनुज की खिलाफ विभागीय जांच भी होनी चाहिए, ताकि कैंटबोर्ड भी कोर्ट में अपना पक्ष रख सके। विभागीय जांच की जानकारी सीईओ को नहीं थी और वे एडीएम के कहने पर चौंक गए।
अनुज के साथ भेदभाव क्यों
उपाध्यक्ष बीना वाधवा भी सीईई की बहाली चाहती थी और उन्होंने अपना तर्क रखते हुए कहा कि केस अगर पांच साल तक चला तो क्या अनुज को सस्पेंड ही रखा जाएगा। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि इस केस में सीईओ के अलावा और भी कई अधिकारी नामजद थे, फिर अनुज के साथ ही भेदभाव क्यों। इस पर सीईओ ने पक्ष रखा कि अनुज की गिरफ्तारी पुलिस ने की थी और उसको जेल भेजा था, इस कारण अनुज को सस्पेंड किया गया।
सभासद के खिलाफ भेजा प्रस्ताव
अवैध निर्माण करने वालों का समर्थन सभासद धर्मेंद्र सोनकर को भारी पड़ सकता है। बोर्ड बैठक में सीईओ राजीव श्रीवास्तव सोनकर खासे नाराज दिखे। उन्होंने बताया कि वार्ड-7 में काली माता मंदिर में अवैध निर्माण कराया जा रहा था। सूचना पर एक टीम मौके पर भेजी गई और अवैध निर्माण होते पकड़ा। टीम ने जब निर्माण रूकवाया तो लोगों ने विरोध किया। सभासद ने आश्वासन दिया कि निर्माण नहीं होगा तो टीम चली आयी। सीईओ ने बताया कि रात्रि में सभासद ने अवैध निर्माण पूरा करवा दिया। जब इसका उन्होंने विरोध किया तो सभासद अवैध निर्माण करने वालों के समर्थन में आ गए। सैकड़ों लोगों के साथ सभासद कैंटबोर्ड में आ गए और हंगामा करने लगे। सीईओ ने कहा कि वे धर्मेंद्र सोनकर के खिलाफ कार्रवाई कर रहे है और उनकी सदस्यता समाप्त करने के लिए रक्षा मंत्रालय को प्रस्ताव भेज दिया है। बैठक में मौजूद किसी भी सभासद ने इसका विरोध नहीं किया।
भैंसाली मैदान में बनेगा मिनी स्टेडियम
कैंटबोर्ड के वार्ड-6 की सभासद मंजू गोयल के आधा दर्जन प्रस्तावों को हरी झंडी मिल गई। उनके सभी प्रस्तावों को सराहा गया। भैंसाली ग्राउंड में मिनी स्टेडियम और शॉपिंग मॉल के प्रस्ताव पर विचार किया गया और इसके बाद पास कर दिया गया। अध्यक्ष ने कहा कि इस प्रस्ताव की स्टडी कर काम होगा। वेस्टर्न रोड को मॉल रोड की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। वहीं उन्होंने सीएबी को इंटर से डिग्री कॉलेज बनाने की मांग की, जिसे स्वीकार कर लिया गया।
कर्मचारी रहते हैं गायब
उपाध्यक्ष बीना वाधवा ने सुलभ शौचालय को आधुनिकरण करने के लिए कहा। बताया कि शौचालयों की देखरेख करने वाले कर्मचारी गायब रहते हैं, जिस कारण गंदगी के कारण पड़ोसियों और राहगीरों का जीना मुहाल हो रहा है। सभासद बुशरा कमाल ने अपने वार्ड में स्थित फव्वारा हटाने की मांग की, जिस पर विचार के बाद निर्णय लिया गया कि स्टडी के बाद इस पर कार्य होगा। बैठक में सफाई को लेकर अभियान चलाने, फड़ों का आवंटन, तहबाजारी, विकास योजनाओं के लिए बजट, शहीद स्मारक के रख रखाव, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, दुकानों के लाइसेंस, शिवाजी कॉलोनी स्थित एलआईजीएच क्वार्टर, मंगलपांडे मार्केट फंड, वॉटर एटीएम आदि एजेंडों पर विचार किया गया।
बैठक में नहीं पहुंचे आधे सभासद
कैंटबोर्ड की बैठक में सभासद अनिल जैन, धर्मेंद्र सोनकर, नीरज राठौर और विपिन सोढ़ी नहीं पहुंचे। उपाध्यक्ष बीना वाधवा, मंजू गोयल, रिनी जैन व बुशरा कमाल बैठक में पहुंची। वहीं पदेन सदस्यों में ब्रिगेडियर आईएस विश्नोई, कर्नल सुबोध गर्ग, एडीएम सिटी गौरव वर्मा, मेजर चेतन बी धवाड़ व मेजर मनोहर डबरार मौजूद रहे।