मेरठ (ब्यूरो)। मौसम में बदलाव आते ही लोगों मेें स्किन से जुड़ी समस्याएं भी बढऩे लगी हैं। अस्पतालों की ओपीडी में फंगल इंफेक्शन के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। दाद, खाज, खुजली लोगों को सता रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि इस समय की ह्यूमिडिटी स्किन को प्रभावित कर रही है, जिससे स्किन डिजीज का प्रकोप सता रहा है। बड़ों से लेकर बच्चे तक इससे प्रभावित हो रहे हैं।
बढ़े 30 प्रतिशत मरीज
बरसात के मौसम में बढ़ती नमी ने फंगल इंफेक्शन के मामलों में इजाफा कर दिया है। जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार हफ्ते भर में ही फंगल इंफेक्शन के मामलों में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है।
रोजाना 150-200 मरीज
जिला अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक अब हर दिन 150 से 200 मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। पहले ये आंकड़ा 50 से 60 मरीज रोजाना का था। अधिकांश मरीज खुजली, लालिमा, चकत्ते और सूजन जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस मौसम में नमी के कारण स्किन के पोर्स में बैक्टीरिया प्रवेश कर जाते हैं। जिससे इंफेक्शन होता है। नियमित रूप से साफ-सफाई का अभाव, गीले कपड़े पहनना, घर में या सार्वजनिक स्थानों पर नंगे पैर चलने से भी इंफेक्शन का खतरा रहता है।
ये हैं कारण
बरसात के मौसम में हवा और वातावरण में नमी का स्तर बढ़ जाता है। बैक्टीरिया के पनपने के लिए ये मौसम अनुकूल होता है।नम और गर्म वातावरण में ये तेजी से बढ़ता है।
बरसात के दौरान गीले कपड़े और स्किन पर नमी से फंगल बैक्टीरिया यहां अपना प्रजनन स्थल बना लेता हैं। ये फंगल स्पोर्स के विकास को बढ़ावा देते हैं।
गंदगी और नमी से भरे इलाकों से भी फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जैसे सार्वजनिक शौचालय, स्विमिंग पूल और जिम में भी फंगस के बढऩे का खतरा रहता है।
ऐसे करें बचाव
डेली नहाएं और बॉडी को पूरी तरह से सुखाकर ही रखें।
गीले या पसीने वाले कपड़े तुरंत बदलें और सूती, सांस लेने योग्य कपड़े पहनें जो त्वचा को सूखा और साफ रखें।
सार्वजनिक शौचालय, स्विमिंग पूल, और जिम में सावधानी बरतें। घर में भी नंगे पैर चलने से बचें और हमेशा स्वच्छ तौलिए और चप्पल का उपयोग करें।
धूल भरे या गीले कमरे को अच्छी तरह से सुखाकर रखें।
यदि त्वचा पर फंगल संक्रमण के लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर की सलाह लें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
स्वस्थ और संतुलित आहार लें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि आपकी त्वचा स्वस्थ और हाइड्रेटेड रहे।
स्किन फटी हुई हो तो तुंरत उचित इलाज करें और उसे हमेशा साफ और सूखा रखें।
ये हैं लक्षण
खुजली, जलन
लालिमा और सूजन
दाद और चकत्ते
फटी हुई त्वचा
काले या सफेद धब्बे
सूजन और दर्द
इनका है कहना
अस्पतालों में फंगल संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते गाइडलाइन जारी की गई है। लोगों को सलाह दी है कि वे किसी भी त्वचा संबंधी समस्या के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और अपनी दिनचर्या में आवश्यक सावधानियाँ बरतें।
डॉ। अशोक कटारिया, सीएमओ
फंगल संक्रमण से बचाव के लिए संतुलित आहार और सही हाइड्रेशन बेहद महत्वपूर्ण हैं। इस मौसम में खान-पान संतुलित रखें। पानी और विटामिंस से भरपूर आहार लें और ह्यूमिडिटी वाली जगहों पर जाने से बचें।
डॉ। अरविंद कुमार, एचओडी मेडिसिन विभाग, मेडिकल कॉलेज
शरीर को हमेशा सूखा और साफ रखना चाहिए। बारिश के मौसम में गीले कपड़े पहनने से बचें। स्किन को गीला न रखें। पसीना आएं तो तुरंत साफ करें। नियमित स्नान करें और संक्रमण से बचाव के लिए एंटीफंगल साबुन का उपयोग करें।
डॉ। सौम्या सिंघल, स्किन एक्सपर्ट
जिन लोगों की स्किन पहले से ही संवेदनशील या कमजोर है, उन्हें इंफेक्शन होने का खतरा अधिक रहता है। बरसात के मौसम में त्वचा की संवेदनशीलता और बढ़ जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है
डॉ। कौशलेंद्र सिंह, एमएस, जिला अस्पताल