मेरठ, (ब्यूरो)। सुबह 9:45 बजे से 10:45 बजे तक एग्जाम सेंटर्स पर प्रवेश दिया गया। इसके बाद ओएमआर शीट भरने की प्रक्रिया के लिए 20 मिनट तक रीडिंग टाइम स्टूडेंट्स को दिया गया। पेपर सुबह 11:30 बजे शुरू किया गया। परीक्षा 90 मिनट की थी, जो एक बजे तक चली। ऐसे में सेंटरों पर परीक्षार्थियों की एंट्री एडमिट कार्ड चेक कर की गई, बिना मास्क और सेनिटाइजर के एंट्री नहीं थी। इसके साथ ही सभी को अपनी पानी की बोतल भी अपने साथ ही लेकर आनी थी।
आसान आया पेपर
पहली बार एमसीक्यू बेस्ड पेपर था इसलिए परीक्षार्थियों में थोड़ा डर था कि कहीं वो गलत न भर दें, लेकिन एग्जाम देने के बाद सेंटर्स से बाहर निकले छात्र-छात्रओं की खुशी का ठिकाना नहीं था क्योंकि पेपर बहुत ही आसान आया था।
खिल गए चेहरे
पहली बार टर्म वन में ऑब्जेक्टिव बेस एग्जाम देने का स्टूडेंट्स का एक्सपिरियंस काफी अच्छा रहा। स्टूडेंट्स के अनुसार पेपर बहुत ही आसान आया था, जिसमें मार्केटिंग प्लानर, ब्रेक इवेंट प्वाइंट, क्रिएटिविटी प्रोसेस, इनोर्वेशन प्रोसेस, बिजनेस प्लेनर, फाइनेंस प्लेनर जैसे टॉपिक्स पर सवाल आए थे। ये बहुत आसान थे। स्टूडेंट्स के अनुसार, अधिकतर केस स्टडीज बेस ही सवाल रहे, जो आसान थे।
क्या कहते हैं स्टूडेंट्स
पेपर अच्छा था, ऑब्जेक्टिव पहली बार दिया इसलिए केयर करने की जरूरत थी। सवाल बहुत आसान थे। सब कुछ सिलेबस में से ही आया था। केस स्टडीज बेस सवाल बहुत आसान रहे।
- आयुषी
टर्म वन में पहली बार एमसीक्यू बेस्ड एग्जाम दिया। बहुत अच्छा लगा। नार्मल पेपर की तुलना में यह पेपर अधिक आसान लगा।
- हर्ष
पेपर आसान आया। सवाल भी बहुत आसान रहे। सब सिलेबस में से था। बस केयरफुल करने की जरूरत थी। क्योंकि एक सवाल भी गलत हो गया तो बाकी सभी गलत भरे जाते।
- स्नेहा