नौकरी के लिए दी बाप की सुपारी
- मृतक आश्रित में नौकरी की चाहत के चलते बेटे ने करवाया बाप का कत्ल
-पेशेवर हत्यारों को सुपारी देकर मरवाई गोली, पांच माह पहले की गई थी प्लानिंग
Meerut: याद करिए 22 अक्टूबर, शाम 6 बजे। वारदात थाना देहली गेट की थी। तहसील से निकलते कानूनगो को गोलियों से भून दिया गया। इसकी स्क्रिप्ट लिखने वाला कोई और नहीं, बल्की उसका अपना बेटा ही निकला, जो वारदात के बाद बुरी तरह विलाप कर रहा था। बेटे ने मृतक आश्रित में नौकरी पाने के चक्कर में सतीश गिरी और सुरेन्द्र राणा 5 लाख की सुपारी देकर पिता का मर्डर करवा दिया। एसपी सिटी ने इसका खुलासा करते हुए पुलिस लाइन में मीडिया को बताया कि घटना के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये था मामला
इंचौली के मसूरी गांव निवासी दीनदयाल पुत्र छोटे राम की 22 अक्टूबर को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रविवार को पुलिस ने दीनदयाल की हत्या करने वाले कुख्यात बदमाश सतीश गिरी और उसके शूटर सुरेंद्र राणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
पांच लाख में सौदा
प्रेस वार्ता के दौरान एसपी सिटी ने बताया पकड़े गए सतीश गिरी और सुरेंद्र से जब पूछताछ की गई तो उन्होने मर्डर की हकीकत बताई। उन्होने कहा कि दीनदयाल के बेटे विशाल उर्फ मोंटी ने ही पिता की हत्या कराने के लिए पांच लाख देने तय किए थे। बताया गया कि विशाल उनके साथ 2014 में जेल गया था। तभी से उनका संपर्क लगातार बना है।
पांच माह हुई प्लानिंग
पूछताछ के दौरान विशाल ने बताया कि पांच माह पहले सुरेंद्र राणा के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की थी। करीब एक माह पहले रिठानी में मिले और हत्या फिक्स कर दी गई। हालांकि हत्या की तिथि घोषित नहीं हुई थी। हत्या वाले दिन भी ताऊ के लड़के जगदीश ने हत्या की जानकारी दी। तभी समझ गया था कि सुरेंद्र राणा ने काम कर दिया।
पीएफ से देता पैसा
पूछताछ में विशाल ने बताया कि उन्होने सतीश और सुरेन्द्र को पापा के पीएफ से पैसा निकालकर देने को कहा था। साथ ही पांच माह पहले ही वाट्सअप पर पापा का फोटो सुरेन्द्र को भेज दिया था। ताकि गोली चलाते वक्त पहचानने में कोई दिक्कत न हो।
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