मेरठ ब्यूरो। इस्माईल नेशनल महिला पीजी कॉलेज के हिंदी विभाग में एक दिवसीय राष्ट्रीय गोष्ठी आयोजित की गई। इसका विषय रहा साहित्य में वर्णित कृषक जीवन एवं समाज रहा। कार्यक्रम का आरंभ प्रिंसिपल प्रो। अनिता राठी एवं मुख्य अतिथि जिला पंचायत राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि लघु कथाकार बलराम अग्रवाल एवं सीसीएसयू हिंदी एचओडी प्रो। नवीनचंद्र लोहानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
किसानों की समस्याएं बताईं
इस अवसर पर प्रारम्भिक सत्र में वक्ता प्रो। नवीनचंद्र लोहानी ने साहित्य जगत में किसान जीवन की समस्याओं एवं समाज में उनकी भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला।
स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका
इस अवसर पर सीसीएसयू के इतिहास विभाग के प्रो। के के शर्मा ने स्वतंत्रता आन्दोलन में किसानों की भूमिका पर चर्चा की। द्वितीय सत्र के मुख्य अतिथि एवं वक्ता रामशरण जोशी लेखक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्या पर प्रकाश डाला। भोजन के उपरांत तकनीकी सत्र का प्रारंभ किया गया। इसकी अध्यक्षता प्रो। वंदना शर्मा एमएमएच कॉलेज गाजियाबाद एवं प्रो। संजय सिंह ने की। इस सत्र में विभिन्न कॉलेजों के शोधार्थियों ने अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया। कुछ शोधपत्र ऑनलाइन माध्यम से भी पढ़े गए। कार्यक्रम के अंतिम एवं समापन सत्र की मुख्य वक्ता सरदार वल्लभ भाई पटेल यूनिवर्सिटी की वित्त नियंत्रक ने मेरठ के द्वारा कृषक जीवन के विभिन्न समस्याओं के साथ-साथ वर्तमान समय में उनके लिए सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न योजनाओं से भी हमें अवगत कराया।
ये लोग रहे मौजूद
संपूर्ण कार्यक्रम का संयोजन प्रो। दीपा त्यागी एवं सहसंयोजक प्रो। बीना शर्मा द्वारा किया गया। आयोजन सचिव के रूप में सुमन मिश्रा एवं डॉ। नेहा सिंह तथा आयोजन सहसचिव के रूप में मनीषा एवं चित्रा त्यागी रहीं। इसके साथ ही पंजीकरण समिति में डॉ। बबीता शर्मा, निशा गुप्ता, लक्ष्मी, डॉ। मनि भारद्वाज, शोधार्थी ममता, चित्रा एवं आशु का सहयोग रहा। इस अवसर पर प्रो। हुमा मसूद, प्रो। दीप्ति कौशिक, प्रो। शिवाली अग्रवाल, प्रो। रीना, डॉ। ममता, डॉ। विनेता, डॉ। स्वर्णा, डॉ।दीक्षा, डॉ। ममता, डॉ। सपना आदि भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं। संपूर्ण आयोजन को सफल बनाने में अमित कुमार, योगेन्द्र अग्रवाल, कविता, ब्रिजेश सैनी एवं जितेन्द्र, धर्मवीर, सोहनवीर आदि का सहयोग रहा।