मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का बवाल, जेसीबी में की तोड़फोड़
परतापुर के शताब्दी नगर सेक्टर चार में नई नीति के तहत मुआवजे की मांग कर रहे किसान
कंचनपुर, घोपला, जैनपुर, रिझानी,अच्छरौड़ा, काशी गांव के किसानों ने दिया धरना
<मुआवजे की मांग को लेकर किसानों का बवाल, जेसीबी में की तोड़फोड़
परतापुर के शताब्दी नगर सेक्टर चार में नई नीति के तहत मुआवजे की मांग कर रहे किसान
कंचनपुर, घोपला, जैनपुर, रिझानी,अच्छरौड़ा, काशी गांव के किसानों ने दिया धरना
Meerut Meerut । नई नीति के तहत शताब्दी नगर में अतिरिक्त मुआवजे की मांग कर रहे किसानों का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा। दरअसल, एमडीए की टीम बिना किसी पूर्व सूचना के जमीन पर कब्जा लेने पहुंच गई थी। इस दौरान लाठी -डंडों से लैस दर्जनों पुरुषों और महिलाओं ने टीम का विरोध करते हुए एमडीए के अधिकारियों को दौड़ा लिया। हंगामा कर रहे लोगों ने जेसीबी मशीन में जमकर तोड़फोड़ की। साथ ही पुलिस चौकी पर जमकर हंगामा किया। एमडीए के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसान धरने पर बैठ गए। इसके साथ ही किसानों ने बिना अतिरिक्त मुआवजे की रकम मिले जमीन पर कब्जा देने से इंकार कर दिया है।
क्या है मामला
बता दें कि वर्ष क्987 में शताब्दी नगर योजना के लिए मेरठ विकास प्राधिकरण ने परतापुर क्षेत्र के कई किसानों की जमीनों का अधिग्रहण किया था। मगर, किसान नई नीति के तहत मुआवजा की मांग पर अड़े हैं। इस कारण योजना की काफी भूमि पर अब तक किसानों का ही कब्जा है। हालांकि, शुक्रवार को एमडीए के कर्मचारी और अधिकारी कब्जे को लेने के लिए पहुंचे थे। इसकी सूचना मिलते ही क्षेत्र के सैकड़ों किसान मौके पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा करने वालों में सैकड़ों महिलाएं भी शामिल थीं। हाथों में लाठी-डंडे लिए किसानों को देख प्राधिकरण के अधिकारियों के होश उड़ गए और वह मैदान छोड़कर भाग खड़े हुए। गुस्साए किसानों ने प्राधिकरण की जेसीबी मशीन पर पथराव कर दिया। इतना ही नहीं एमडीए की टीम को भी दौड़ा लिया। एक जेसीबी मशीन क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बाद किसानों ने पुलिस चौकी के बाहर धरना देते हुए बिना अतिरिक्त मुआवजा मिले जमीन पर कब्जा न देने का ऐलान कर दिया है। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
कई बार हो चुका है बवाल
कब्जा लेने के लिए टीम पहले भी कई बार आ चुकी है। जिसको लेकर पहले भी कई बार बवाल हो चुका है। किसान मुआवजे की मांग को लेकर अड़े हैं, जबकि एमडीए के मुताबिक पहले मुआवजा दिया जा चुका है। जिसको लेकर कई बार बवाल हो चुका है। किसानों और एमडीए के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है।
उग्र हो गए किसान
जैसे ही किसानों को जानकारी हुई कि एमडीए की टीम आ रही है, वैसे-वैसे किसान आनन-फानन में एकत्र होने शुरू हो गए। कंचनपुर, घोपला, जैनपुर, रिझानी, अच्छौड़ा, काशी समेत कई जगह के किसान एकत्र हो गए और हंगामा करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते किसान इस तरह से उग्र हुए कि तोड़फोड़ और चौकी तक पर बवाल खड़ा कर दिया।
रात तक जारी रही वार्ता
वहीं देर रात तक एसपी सिटी, एडीएम और एमडीए के अधिकारी धरने पर बैठे किसानों को मनाने में जुटे रहे, लेकिन किसानों ने कब्जा देने से मना कर दिया। किसानों का कहना था कि वह वह इस मामले में समझौता नहीं करेंगे, उन्हें इसमें हर हाल में मुआवजा चाहिए।
एमडीए की टीम गई थी। कुछ किसानों से विरोध किया था। नियम अनुसार कार्रवाई की जा रही हे, जिसके लिए पुलिस फोर्स भी मुहैया कराया गया है।
अखिलेश नारायण सिंह
एसपी सिटी