03 घंटे तक रेलवे ट्रैक पर बैठकर दिया धरना
2.30 घंटे खड़ी रही बांद्रा-हरिद्वार स्पेशल सुपरफास्ट ट्रेन
4.30 घंटे लेट दिल्ली से मेरठ पहुंची इंटरसिटी एक्सप्रेस
Meerut : संयुक्त किसान मोर्चा व भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन ने गुरुवार को कैंट स्टेशन पर रेलवे लाइन ट्रैक पर कब्जा कर लिया। भाकियू के नेतृत्व में भारतीय किसान आंदोलन और भाकियू अंबावत ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कार्यकर्ता ट्रैक पर ही धरना देकर बैठक गए। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए इन्हें वापस लेने की मांग की।
सिटी स्टेशन पर ढाई घंटे खड़ी रही सुपरफास्ट रेल
मेरठ कैंट रेलवे स्टेशन पर दोपहर 12 बजे से ही भाकियू के जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी के नेतृत्व में किसान संगठनों ने रेलवे ट्रैक पर तिरपाल बिछाकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। सिटी स्टेशन अधीक्षक राजपाल सिंह ने बताया कि बांद्रा से चलकर हरिद्वार जाने वाली बांद्रा-हरिद्वार स्पेशल सुपरफास्ट रेल अपने निर्धारित समय से 12:25 बजे सिटी रेलवे स्टेशन पर पहुंची। रेलवे व जिला प्रशासन ने सुरक्षा व एहतियात के तौर पर रेल को सिटी रेलवे स्टेशन पर ही रोकने का निर्णय लिया। तीन बजे धरना समाप्त होने के बाद कैंट रेलवे स्टेशन का ट्रैक खाली हो गया और दोपहर बाद 3.35 बजे ट्रेन को हरिद्वार के लिए रवाना कर दिया गया। वहीं, पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस व जन शताब्दी अपने निर्धारित समय से पहुंची और मेरठ से आगे रवाना हुई। वहीं, दिल्ली-अंबाला इंटरसिटी दिल्ली से साढ़े चार घंटे की देरी से मेरठ पहुंची। यह ट्रेन दोपहर तीन बजे मेरठ पहुंचती है, लेकिन गुरुवार को शाम साढ़े सात बजे पहुंची।
सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी
भाकियू के जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी के नेतृत्व में सत्यवीर जंगेठी, गजेंद्र सिंह, र¨वद्र दौरालिया, नरेश, शो सिंह, विलियम प्रधान, राजकुमार करनावल, बबलू जटौली, जगबीर, सुरेंद्र, ओमपाल, जवाहर आदि पदाधिकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग रखी। कहा कि डीजल, खाद व बीज के दामों से किसान की कमर टूट गई है। रेल चक्का जाम को समर्थन देने वालों में भारतीय किसान आंदोलन के कुलदीप त्यागी व भाकियू अंबावत से प्रदेश सचिव मोनू पंवार, जितेंद्र गुर्जर, विकास पंवार, सुमित व सुरेश आदि मौजूद रहे।
ज्ञापन सौंपने को लेकर पुलिस से तनातनी
12 बजे से कैंट स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर बैठे किसानों से पुलिस अधिकारियों व एसीएम सुनीता सिंह ने कई बार रेलवे लाइन छोड़कर परिसर में धरना देने का आग्रह किया। जिससे सिटी स्टेशन पर खड़ी बांद्रा-हरिद्वार ट्रेन को रवाना किया जाए। लेकिन किसान तीन बजे से पहले रेलवे लाइन छोड़ने पर राजी नहीं हुए। इस दौरान भाकियू पदाधिकारियों ने एडीएम को मौके पर बुलाने की मांग की। जिस पर पुलिस अधिकारियों ने मौके पर मौजूद एसीएम को ज्ञापन सौंपने के लिए कहा। इस बात को लेकर काफी देर पुलिस अधिकारियों व किसान संगठन पदाधिकारियों के बीच तनातनी रही।
पल-पल की जानकारी लेते रहे स्टेशन अधीक्षक
दोपहर 12 से चार बजे के बीच भारतीय किसान यूनियन के रेल चक्का जाम को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने कैंट रेलवे स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया। जीआरपी व आरपीएफ पुलिस बल के अलावा सदर, कंकरखेड़ा, देहली गेट, ब्रह्मापुरी, रोहटा, लालकुर्ती व टीपीनगर समेत सात थानों के साथ सीओ कैंट एएसपी सूरज राय, सीओ ब्रहमपुरी अमित राय और अपर नगर मजिस्ट्रेट सुनीता सिंह के नेतृत्व में कैंट स्टेशन पर मौजूद रहे। कैंट स्टेशन पर स्टेशन अधीक्षक उपेंद्र सिंह व चीफ टिकट इंस्पेक्टर मोहम्मद असलम गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर व सहारनपुर में रेलवे ट्रैक खाली होने के लिए पल-पल की जानकारी लेते रहे।