मेरठ (ब्यूरो)। बीते वर्षों में कुछ कारणों से छात्रों के रिजल्ट रुक जाते थे। इससे सेशन का काफी समय बीत जाता था। उनकी पढाई भी डिस्टर्ब होती थी। अब छात्र अगली क्लास में पढ़ाई कर सकेंगे। इस सत्र में करीब 11 हजार छात्रों को यूनिवर्सिटी के इस कदम से फायदा मिलेगा। गौरतलब है कि सीसीएसयू में रिजल्ट की देरी के कारण छात्रों को अगली क्लास में एडमिशन नहीं मिल पाता था। इससे उनकी पढ़ाई डिस्टर्ब हो जाती थी। अब यूनिवर्सिटी के इस फैसले से स्टूडेंट अब प्रत्येक वर्ष में पेपर देते ही अगली कक्षा में प्रोविजनली एडमिशन ले सकेंगे। अगली कक्षा में प्रवेश के बाद परिणाम में फेल होने की स्थिति में स्टूडेंट्स को कॉलेज-कैंपस से फीस लौटा दी जाएगी। इस स्थिति में केवल प्रोसेसिंग शुल्क की कटौती होगी। बैक के लिए अर्ह रहने पर छात्र अगली कक्षा में पढ़ाई जारी रखते हुए बैक परीक्षा दे सकेगा। कुल मिलाकर अब रिजल्ट के इंतजार में कक्षाएं बंद नहीं रहेंगी।
अगली कक्षा में मिलेगा एडमिशन
एनईपी को छोड़ बाकी सेमेस्टर में द्वितीय, चतुर्थ, षष्टम, अष्टम सेमेटर के पेपर में शामिल छात्र बिना परिणाम अगली कक्षा में प्रवेश पा सकेंगे। वार्षिक प्रणाली में भी बिना रिजल्ट के ही छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश मिलेगा।
बैक पेपर भी दे सकेंगे
रिजल्ट आने पर यदि स्टूडेंट बैंक के लिए अर्ह रहते हैं तो वे अगले वर्ष की पढ़ाई जारी रखते हुए पूर्व वर्ष का बैक पेपर दे सकेंगे। यदि बैक के लिए अर्ह नहीं हैं अथवा फेल हो जाते हैं तो उनका अगले वर्ष में लिया प्रवेश निरस्त हो जाएगा। कॉलेज स्टूडेंट की फीस वापस करेगा।बाद में वह पूर्व वर्ष में बतौर एक्स स्टूडेंट शामिल हो सकेगा।
यह होगी नई व्यवस्था
एनईपी में भी सम सेमेस्टर के पेपर देते ही अगली कक्षा में प्रवेश मिलेगा। रिजल्ट आने पर यदि छात्र एक वर्ष (दो सेमेस्टर) में निर्धारित कुल 46 क्रेडिट में से 23 पास कर लेता है तो उसका अगली कक्षा में प्रवेश मान्य रहेगा। यदि 23 क्रेडिट (50 फीसदी) को छात्र पास नहीं कर पाता तो उसका प्रवेश अगली कक्षा में मान्य नहीं होगा। कॉलेज छात्र का प्रवेश निरस्त करते हुए फीस वापस कर देंगे।
यूनिवर्सिटी ने जारी किए रिजल्ट
सीसीएसयू ने बीपीएड प्रथम वर्ष जून-2021, बीए-एलएलबी चतुर्थ एवं पंचम सेमेस्टर, एमएससी बॉयोटेक्नोलॉजी चतुर्थ सेमेस्टर, बीपीएड द्वितीय वर्ष का परिणाम जारी कर दिया है। स्क्रूटनी का परिणाम भी वेबसाइट पर अपलोड हो गया है।
नकल पर 85 छात्रों पर कार्रवाई
यूनिवर्सिटी ने पीजी सेमेस्टर में नकल करने वाले 85 स्टूडेंटस पर कार्रवाई कर दी है। 50 से अधिक स्टूडेंट के संबंधित सेमेस्टर के पेपर निरस्त कर दिए गए हैं। 10 स्टूडेंट्स का संबंधित पेपर कोड निरस्त करने के साथ ही अगले सेमेस्टर में शामिल होने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।
12-23 को होंगे प्रैक्टिकल
यूनिवर्सिटी से संबद्ध बीएड कॉलेजों में प्रथम वर्ष के प्रैक्टिकल 12 से 23 नवंबर तक होंगे। यूनिवर्सिटी ने प्रथम वर्ष के समस्त कॉलेजों के प्रैक्टिकल का कार्यक्रम जारी कर दिया है। कॉलेज निर्धारित तिथि पर ही बीएड प्रथम वर्ष प्रैक्टिकल कराएंगे।
यूनिवर्सिटी का यह अच्छा कदम है। इससे स्टूडेंटस को फायदा मिलेगा। दरअसल, समय से रिजल्ट न आने से उनकी पढ़ाई डिस्टर्ब होती थी। अब उन्हें राहत मिलेगी।
अंकित अधाना
प्रैक्टिकल के माक्र्स न मिलने से कई छात्रों की क्लास नहीं चल पा रहीं थीं। ऐसे में वे परेशान थे। अब वे नए सेशन की क्लास अटैंड कर सकेंगे।
मो। शान
छात्रों की इन समस्याओं को यूनिवर्सिटी प्रशासन के सामने रखा था। कॉलेजों की लापरवाही का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ता था। अब वे छात्र नई क्लास में स्टडी कर सकेंगे।
विनीत चपराणा