मेरठ (ब्यूरो)। बैठक के मुख्य अतिथि उपायुक्त उद्योग दिपेन्द्र कुमार, उपश्रमायुक्त राजीव कुमार सिंह, उपनिदेशक कारखाना रविन्द्र कुमार, कल्पना तोमर प्रमुख निरीक्षण बांट-माप, आईआईए के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे। आईआईए अध्यक्ष सुमनेश अग्रवाल ने उपश्रमायुक्त राजीव कुमार सिंह का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इस दौरान उपस्थित अतिथियों को उद्यमियों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
स्थापित हो रहा इंस्पेक्टर राज
आईआईए अध्यक्ष सुमनेश अग्रवाल ने बताया कि अनेक जिलों के उद्योगों में श्रम पर्यावरण और बांट एवं माप विभाग के अधिकारियों की टीम एक साथ संयुक्त निरिक्षण के लिए बिना किसी पूर्व नोटिस से उद्योगों में प्रवेश कर रही है। जिससे उद्यमियों को अनेक परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश मे इंस्पेक्टर राज पुन: स्थापित हो रहा है जिससे उद्यमियों में भय व्याप्त है। इस दौरान उद्यमियों ने आरोप लगाया कि इस प्राकर के निरीक्षणों में कुछ अधिकारी स्वार्थ सिद्धि के उद्देश्य से भी कार्य करते है। उद्योगों के होने वाले उत्पीडऩ से बचाने के लिए निम्न सुझाव दिए गए।
यह रही उद्यमियों की मांगें
उद्योगों मे इंस्पेक्शन केवल पुख्ता शिकायत के आधार पर ही हो जिसमे विभागी अधिकारियों के साथ राज्य/राष्ट्रीय स्तर के औद्योगिक संगठन (जिसका जिले स्तर पर चैप्टर हो) के प्रतिनिधी को भी शामिल किया जाए। जिससे उद्यमी का अनावश्यक उत्पीडन न हो।
पुख्ता शिकायत के आधार पर भी उद्यमी को कम से कम दो दिन पूर्व इंस्पेक्शन के बारे मे सूचित किया जाए।
यदि शिकायत सही न पाई जाए तो शिकायतकर्ता के विरूद्ध सार्वजनिक रूप से कठोर कार्रवाई की जाए जिससे भविष्य में ऐसे तत्व विभाग और उद्यमी का समय एवं श्रम नष्ट न कर पाए।
उपायुक्त उद्योग दिपेन्द्र ने अवगत कराया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में जो भी इन्वेस्टर सम्मिट के एमओयू हस्ताक्षर हुये है, उन उद्यमियों को अगर किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई उद्योग स्थापना मे आ रही है तो उनसे सम्पर्क करें, इसके समन्वय के लिए शासन से नोडल अधिकारी भी नियुक्त है।
ये रहे मौजूद
इस दौरान बैठक में विभोर अग्रवाल सचिव आईआईए, राजीव अग्रवाल कोषाध्यक्ष, अजय गुप्ता, अभीमन्यु खन्ना, अश्वनी गेरा, तनुज गुप्ता, अंकित सिंघल तथा अन्य सदस्यक उपस्थित रहें।