मेरठ (ब्यूरो)। पीवीवीएनएल की ओर से शहर में 954 किमी क्षेत्र में बिजली लाइन को अंडर ग्राउंड किया जाएगा। अंडर ग्राउंड बिजली लाइन बिछाने के लिए पीवीवीएनएल ने सर्वे शुरू कर दिया है। इसके लिए विभाग ने 92 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है। इसका प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेज दिया गया है।

यह है स्थिति
- 1500 किमी भूमिगत लाइन बिछाने की योजना है पीवीवीएनएल की

- 70 लाख से एक करोड़ तक अनुमानित लागत आएगी अंडरग्राउंड लाइन बिछाने में

-954 किमी क्षेत्र में अंडरग्राउंड बिजली लाइन बिछाई जाएगी मेरठ में

92 करोड़ रुपए विभाग बिजली लाइन बिछाने में खर्च करेगा

3 तरह के केबिल एलटी, एचटी और 33 केवी बिजली लाइनें होंगी भूमिगत

- 185 एमएम, 240 एमएम और 300 एमएम मोटाई के भूमिगत केबल डाले जाएंगे

15 से 20 साल होगी इन बिजली लाइन की मियाद, जबकि खुले में सिर्फ 5 से 8 साल में खराब हो जाते हैं तार

- इस योजना में एलटी, एचटी और 33 केवी लाइनों को भूमिगत किया जाएगा।


पीवीवीएनएल के अंतर्गत जिले
मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा, मुरादाबाद, रामपुर,संभल, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली, बिजनौर और अमरोहा आदि जिले हैं

इन क्षेत्रों में मिलेगी राहत-
- वैली बाजार, गुदड़ी बाजार, लाला का बाजार, सराफा बाजार स्थित नील गली, कैंचीयान, घंटाघर, खैरनगर, कबाड़ी बाजार, कोटला, अनाज मंडी, कागजी बाजार, शीश महल, डालमपाड़ा, सराय लाल दास, मकसूद अली चौक, प_ा मोहल्ला, किशन पुरी, केसरगंज, जलीकोठी, दालमंडी, पूर्वा महावीर

ये होगा फायदा-
- आंधी-तूफान या बारिश में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी।
- बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा। लाइन लास में कमी आएगी।
- जर्जर तारों में शार्ट सर्किट से होने वाले हादसे नहीं होंगे।
- इससे इन लाइनों का मेंटीनेंस बहुत कम हो जाएगा।
- अंडरग्राउंड बिजली लाइनों को केवल फाल्ट होने पर ही मेंटीनेंस करना पड़ेगा

अंडरग्राउंड केबिल के लिए पुराने शहर में लगातार सर्वे जारी है। कई क्षेत्र फाइनल किए जा चुके हैं। जल्द काम शुरु होगा।
- राजेंद्र बहादुर, अधीक्षण अभियंता