मेरठ (ब्यूरो)। प्रेस वार्ता में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने दवा निर्माताओं पर सीधा आरोप लगाते हुए बताया कि थोक व खुदरा दवा विक्रेताओं को दरकिनार कर सामान्य से चार पांच गुना खुदरा मूल दवाओं के ऊपर के ऊपर छपवाकर एक जनता को लूट रहे हैं। दूसरी और सरकार के राजस्व पर भी घातक प्र्रहार कर रहे हैं। ऐसी मूल्य वृद्धि कर बेची जा रही दवाओं पर जीएसटी का वैल्यू एडिशन ना होने की वजह से सरकार को राजस्व की हानि हो रही है।

चार गुना अधिक एमआरपी
एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रपाल सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि दवा निर्माता मूल से चार गुना अधिक एमआरपी प्रिंट कर देते हैं।

दवा निर्माताओं की मनमानी का विरोध
महामंत्री घनश्याम मित्तल ने बताया कि एक करोड के वर्तमान खुदरा व्यापार से 35 हजार करोड़ का अंश ऑनलाइन को जा चुका है। प्रेस वार्ता में उपस्थित कैमिस्ट नेताओं ने चेतावनी दी कि दवा निर्माताओं की