मेरठ (ब्यूरो)। शहरभर में पानी की इस बर्बादी को रोकने के लिए निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ऐसे में शहरवासी इस समस्या को सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर उठा रहे हैं। शहर के स्थानीय नागरिक रवि कुमार ने ट्वीट कर नगर निगम से समस्या दूर कराने की अपील की।
पुरानी लाइनें हो रही लीक
गौरतलब है कि नगर निगम ने शहर में जगह-जगह पेयजल सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाई हैं। ये लाइनें कई साल पुरानी होने के कारण आए दिन लीक होती रहती है। कई बार जलकल विभाग की ओर से मरम्मत भी कराई गई। बावजूद इसके, ये समस्या दूर नहीं हो पा रही है। कुछ ऐसा ही नजारा पिलोखड़ी पुल के पास गुजर रही पाइप लाइन से आए दिन देखने को मिलता है।
फट जाती है पाइप लाइन
स्थानीय लोगों का कहना है कि सालभर में ये लाइन दो से तीन बार फट जाती है और पानी कई कई दिनों तक बहता रहता है। पिछले सप्ताह शादी महल वाली गली के पास इस पाइप लाइन से पानी का फव्वारा फूटने के कारण पूरे रास्ते पर जलभराव हो गया। स्थानीय लोगों ने जलकल विभाग में शिकायत कर फव्वारा बंद कराने की मांग की। उनकी शिकायत पर बंूद फाउंडेशन के प्रभारी रवि कुमार ने जलकल विभाग से बात कर समस्या का समाधान कराया।
सबमर्सिबल से जलापूर्ति
शहर में निगम के करीब 164 टयूबवेल और सबमर्सिबल हैं जिनसे पेयजल की सप्लाई होती है। शहर में भोले की झाल से गंगाजल की आपूर्ति होती है। इसे भूमिगत जलाशयों में एकत्र करने के बाद पंपों से शहर में सप्लाई किया जाता है, लेकिन जगह जगह पाइप लाइन में लीकेज होने कारण आए दिन पेयजल या कहें गंगाजल की भरपूर बर्बादी होती रहती है।
आए दिन यहां होती है पानी की बर्बादी
शादी महल वाली पुलिया पर पानी की बर्बादी का नजारा नया नही है। इससे पहले भी शहर में जगह जगह पेय जल लाइन टूटने से पेयजल आपूर्ति बाधित रही है।
गत दिनों साकेत में अंडर ग्राउंड पाइप लाइन खुद जलकल विभाग की लापरवाही से टूटे ने मेन साकेत रोड जलमग्न हो गई थी।
इससे पहले जागृति विहार सेक्टर चार, सात और नौ में पाइप लाइन फटने से जलापूर्ति प्रभावित हो गई।
चार माह पहले शास्त्रीनगर एच और के ब्लॉक के लोगों को जलापूर्ति देने वाली पाइप लाइन लीकेज हो गई।
तीन माह पहले पांडवनगर में के एक और ब्लॉक में पानी की टंकी की लाइन फट गई।
विकासपुरी क्षेत्र में पाइप लाइन टूटने की समस्या लगातार बनी रहती है। इसके लिए आए दिन इस क्षेत्र की टयूबवेल बंद रहती है।
दो माह पहले सोफीपुर में पाइप लाइन लीकेज के कारण दिन भर टयूबवेल से जलापूर्ति बंद रही थी।