मेरठ (ब्यूरो)। बरसात का मौसम खत्म हुए कई दिन बीत गए गई पर इसके बाद भी पुराने शहर के कई मोहल्लों की गलियों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। हम बात कर रहे हैं पोदीवाड़ा, सराय बहलीम, दरियागंज की गलियों की। यहां पिछले कई दिनों से गलियों में पानी भरा हुआ है। ये अलग बात है कि यहां गलियों में बह रहा पानी बरसात का नहीं बल्कि नालियों में बहने वाला गंदा पानी है। जो जाम हो चुकी नालियों के चलते गलियों में बह रहा है। जिससे आजिज आकर स्थानीय निवासियों ने समस्या को सोशल मीडिया पर उठाया है। राजेंद्र कुमार ने नगर निगम को सोशल मीडिया एक्स पर टैग करते हुए ट्वीट में समस्या के फोटो शेयर कर निस्तारण की मांग की है।
बिना बरसात जलभराव
गौरतलब है कि पुराने शहर के अधिकतर मोहल्ले हर साल बरसात में जलभराव की समस्या से जूझते हैं। मगर पोदीवाड़ा, सराय बहलीम, दरियागंज की गलियां पिछले सप्ताह से बिना बरसात के ही जलभराव से जूझ रही है। क्योंकि यहां निगम स्तर पर नाले नालियों की सफाई न होने के कारण जलनिकासी व्यवस्था ठप हो गई है। गंदगी के कारण नालियां जाम हो गई है और नालियों में बहने वाला पानी गलियों से होकर बह रहा है। रोजाना लोगों को नालियों के इस गंदे पानी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है। इससे क्षेत्र में मच्छर जनित बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। लेकिन निगम स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही है।
नाली गंदी, सीवरलाइन ठप
वहीं अगर निगम की बात करेें तो निगम पूरे साल नाले की सफाई और जल निकासी के लिए योजना बनाता रहता है। वॉटर ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के दावे भी करता है। बावजूद इसके, शहर के कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां जलनिकासी दुरूस्त न होने से आए दिन जलभराव की समस्या बनी रहती है। इसका एक प्रमुख कारण है कि क्षेत्रों में सीवर लाइन या तो है नहीं और यदि बनी भी है तो कनेक्ट नहीं हो पाई है। वहीं, दूसरा कारण यहां नालियों पर अतिक्रमण भी है, जिसके कारण सफाई सही से हो नहीं हो पाती है।
ये है स्थिति
छोटी-बड़ी पॉकलेन मशीन की संख्या करीब 55.
निगम के पास टैक्टर-ट्रॉली की संख्या करीब 64.
अन्य मशीनरी टाटा मैजिक-27, जेसीबी-18, बड़े ट्रक-6, रोबोटिक सफाई मशीन-2.
शहर में छोटे-बड़े नालों की संख्या 309.
निगम के पास 40 करीब वाटर पंप की व्यवस्था।
पोदीवाड़ा और दरियागंज में अधिकतर नालियां अतिक्रमण के कारण कवर हो चुकी है। जहां साफ-सफाई हो ही नहीं पाती है। अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए।
राजेंद्र कुमार
निगम के कर्मचारियों को जहां-जहां नालियां खुली मिलती है। वह साफ कर देते हैं लेकिन समस्या नालियों पर बने पक्के रैंप व निर्माण है, जिसके कारण सफाई नहीं हो पाती है।
रविंद्र कुमार
नालियों में कूड़ा व गंदगी इस कदर भर गया है कि नालियों का गंदा पानी गलियों में घरों के बाहर भर चुका है। सफाई जब तक नही होगी निदान नही होगा।
इकरामु्द्दीन
इस समस्या की जानकारी नहीं थी। कल ही टीम भेजकर साफ-सफाई करा दी जाएगी। अतिक्रमण पर एक्शन लिया जाएगा, ताकि सफाई नियमित हो सके।
डॉ। हरपाल सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी