मेरठ ब्यूरो। नगर निगम शहर की जनता को साफ पानी भी नहीं मुहैया करा पा रहा है। हालत यह है कि शहर के कई ऐसे इलाके हैं जहां ओवरहेड टैंक से गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। इस कारण लोग बीमार हो रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इस समस्या को लेकर एक कैंपेन की शुरूआत की है। इसके तहत शहर के विभिन्न इलाकों में पानी की गुणवत्ता को चेक किया। इसमें कई चौकाने वाली बातें सामने आईं। कई मोहल्लों में तो पानी में टीडीएस की मात्रा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर सर्वे कराया।
सोशल मीडिया पर कराया सर्वे
शहर में पानी की सप्लाई के लिए 157 से अधिक ओवरहेड टैंक हैं। इनकी साफ-सफाई न होने से गंदा पानी घरों में आता है। इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर सर्वे कराया गया। इसमें करीब 200 लोगों ने भाग लिया। शहरवासियों ने ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सऐप आदि के जरिए सर्वे में भाग लिया।
इन मोहल्लों में स्थिति खराब-
- प्रतापविहार
- शिवशक्ति नगर
- भोपाल विहार
- जयभीम नगर
- मलियाना
- नई बस्ती
- लल्लापुरा
- मकबरा डिग्गी
- मछेरान
- जमुना नगर
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क्या शहर में ओवरहेड टैंक की सफाई न होने से खतरनाक स्तर पर टीडीएस की मात्रा पहुंच गई है।
हां- 90 फीसदी
नहीं- 5 फीसदी
पता नहीं- 5 फीसदी
क्या निगम की लापरवाही के कारण शहर की बस्तियों में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है।
हां- 92 फीसदी
नहीं- 5 फीसदी
पता नहीं- 3 फीसदी
क्या ओवरहेड टैंक की नियमित साफ-सफाई नहीं की जाती है
हां- 86
नहीं- 20
पता नहीं- 4
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शहर के 80 प्रतिशत मोहल्लों में पानी की क्वालिटी इस कदर खराब है कि बिना फिल्टर और आरओ के पानी को पीया ही नही जा रहा है।
- परितोष गुप्ता
टीडीएस शहर के अधिकतर इलाकों के पानी का मानकों से अधिक है। हर किसी के बजट में आरओ आता नही है ऐसे में टीडीएस के साथ ही पानी पीना पड़ता है।
- वंश सचदेव
गंगाजल जिन क्षेत्रों में आ रहा है वहां थोड़ी राहत है। कम से कम पानी पीने लायक है लेकिन ओवर हेड टैंक के माध्यम से आने वाला पानी साफ नही है।
- मुकुल रस्तौगी
मलिन बस्तियों में पेजजल की समस्या काफी अधिक है। यहां या तो पानी आता ही नही या नलों से गंदा आता है।
- हनी कपूर