मेरठ ब्यूरो। नगर निगम चुनाव में बस कुछ दिन ही शेष हैं। जनता की उम्मीदों पर आखिर उनके प्रत्याशी कितने खरे उतरेंगे। यह तो जीत के बाद तय होगा। स्मार्ट सिटी का दावा करने वाले शहर में आज भी वार्डों में कई समस्याएं हैं। आज भी शहर के कई वार्ड मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। जनता के इन्हीं मुद्दों को जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने सिटीजन स्पीक्स कैंपेन आयोजित किया। इसके तहत वार्ड- 37 के स्थानीय लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं। स्थानीय लोगों ने जहां एक ओर वार्ड में समस्याओं को बताया वहीं आने वाले पार्षद से उम्मीदें भी जताई।

पांच सालों में दूर नहीं हो पाई ये समस्याएं

नालों में गंदगी
शहर में नालों की सबसे बड़ी समस्या है। नालों की साफ-सफाई न होने से वार्ड में गंदगी पसरी रहती है। साथ ही बदबू से स्थानीय लोगों को परेशानी होती है।
साफ-सफाई की समस्या
वार्ड-37 में साफ-सफाई की मुख्य समस्या है। रोजाना सफाई न होने से सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

खराब स्ट्रीट लाइट्स
वार्ड में स्ट्रीट लाइट खराब हो जाती हैं तो जल्दी से वह सुधरती नहीं हैं। इस कारण मोहल्ले में अंधेरा पसरा रहता है। इससे अक्सर अप्रिय घटनाएं हो जाती हैं।
ये है वार्ड की स्थिति
वार्ड- 37
कुल मतदाता- 15885
पुरुष- 8440
महिलाएं - 7445

मुख्य मोहल्ले-
गंगानगर, भागीरथी कुंज, गंगा नगर, गंगा टॉवर, गंगा गैलेक्सी, ग्रेटर गंगा, अलकनंदा, गंगा सिटी, पैराडाइज


वर्जन-
हमारे वार्ड में गंदगी की मुख्य समस्या है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। नाले की साफ-सफाई न होने से इलाके में बदबू फैली रहती है।
- सरिता

वार्ड में बहुत गंदगी रहती है। नालियों की साफ-सफाई नहीं होती है। यही नहीं, फॉगिंग न होने से संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है।
- कविता

वार्ड में कहीं भी डस्टबिन नहीं रखे गए हैं। नालियों की साफ-सफाई के लिए कोई नहीं आता है। मच्छरों की समस्या है। इनसे छुटकारा पाना मुश्किल हो रहा है।
- ऋतु

वार्ड में बहुत गंदगी रहती है। नालियां साफ नहीं हैं। नालों से बदबू आती हैं। नालों से निकलने वाली हॉर्मफुल गैस के कारण इलेक्ट्रॉनिक सामान खराब हो रहे है।
- स्नेहा

हम ऐसे उम्मीदवार को चुनेंगे जो पब्लिक के बीच रहे। उनकी समस्याओं को सुने, हमारे इलाके की समस्या को दूर कराए। हमें ऐसा उम्मीदवार चाहिए।
सुधा चौधरी

हमारे यहां नियमित साफ-सफाई नहीं होती है। इस कारण हम लोग प्राइवेट तौर पर सफाई कराते हैं। हम सहज स्वभाव वाले प्रत्याशी को चुनेंगे।
करुणा शर्मा


हम विकास के आधार पर ही वोट करेंगे। जो उम्मीदवार सहज सुलभ होगा, हम उसको ही चुनेंगे। यहां नालों की साफ-सफाई ही प्रमुख मुद्दा है।
राजरानी

जो प्रत्याशी समझदार हो, स्वच्छ छवि का हो और सरलता से मिल जाए। हमें ऐसा ही नेता चाहिए। वार्ड में नियमित साफ-सफाई कराई जाए।
सतेंद्र सिंह

हमें ऐसा उम्मीदवार चाहिए, जो पब्लिक की समस्याओं को सुने। यहां की मूलभूत समस्याओं को दूर करे। दरअसल, यहां पर कूड़ा निस्तारण को लेकर कोई प्रॉपर योजना नहीं है।
कुलदीप

हमें ऐसा उम्मीदवार चाहिए, जो जनता के बीच रहे। जनता के हित में काम करें। हमें वहीं पार्षद चाहिए, जो हमारी मूलभूत सुविधाओं को दूर कर सके।
अवी

नेता वहीं चाहिए, जो पढ़ा-लिखा हो सरलता से मिल जाए, जो लोगों को आसानी से पहचाने उनके काम करे। हमें वही पार्षद चाहिए्।
शिप्रा

पब्लिक के लिए जो हरदम तैयार रहे हमें ऐसा ही पार्षद चाहिए, हमारे पूर्व पार्षद बहुत कुछ कर चुके हैं जो जनता के लिए जरुरी था।
सविता