मेरठ, (ब्यूरो)। कोतवाली सर्किल के अंतर्गत लिसाड़ी गेट इंस्पेक्टर उत्तम सिंह राठौर, इंस्पेक्टर देहलीगेट ब्रह्मïकुमार त्रिपाठी व इंस्पेक्टर कोतवाली अमरदीप ने 347 अपराधियों की लिस्ट तैयार की थी। इस लिस्ट में एक जनवरी 2017 से जेल से जमानत पर रिहा हुए कुख्यात अपराधियों को शामिल किया गया था। जिसमें हिस्ट्रीशीटर, डकैत, लुटेरे, वाहन चोर, हत्या करने वालों के साथ ही चेन स्नैचरों की भी रखा गया। विधान सभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराए जाने के चलते एसएसपी प्रभाकर चौधरी के निर्देश पर रविवार को एसपी सिटी विनीत भटनागर व सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया के नेतृत्व में पुलिस की 20 टीमें गठित की गईं। जिसमें 270 पुलिसकर्मियों को रखा गया। जिन्होंने लिसाड़ी गेट में रह रहे कुख्यात अपराधियों का सत्यापन किया। इस दौरान पुलिस ने डकैत नाजिम के घर जाकर उसकी जानकारी ली तो पत्नी ने बताया कि वह पिछले छह माह से गुजरात के सूरत में कपड़े बेचने का काम कर रहा है। फिलहाल घर में बूढ़ी मां और दो बच्चे हैैं।
नजाकत व अफजाल के घर
अपराधियों के सत्यापन कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने तांत्रिकों का भी सत्यापन किया। चार साल पहले पुलिस कस्टडी से फरार हुए तांत्रिक नजाकत के घर भी पुलिस पहुंची। जहां पर पुलिस ने नजाकत के बारे में भी जानकारी ली। जो फरार अभी भी फरार है। तांत्रिक अफजाल के समर गार्डन स्थित घर पर पुलिस को ताला लटका मिला।
उड़ी अपराधियों की नींद
लिसाड़ी गेट में पुलिस की 20 टीमों के 270 पुलिसकर्मियों ने गली-मोहल्लों में कुख्यातों की कुंडली खंगालने के लिए सत्यापन अभियान शुरू किया तो अपराधियों में हड़कंप मच गया। छोटे-मोटे अपराध में शामिल अपराधी भी पुलिस को देख तितर-बितर हो गए। एसएसपी प्रभाकर चौधरी द्वारा अपराधियों पर कसी जा रही लगातार नकेल के बाद अब सभी तरह के अपराध करने वाले अपराधियों की नींद उड़ी हुई है। वहीं दूसरी तरफ बड़ी तादात में पुलिस को देख गली-मोहल्लों में भी लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
बेच रहे कपड़े और सब्जी
पुलिस सत्यापन के दौरान कुछ अपराधियों का अपराध छोडऩे का सच भी सामने आया। इस दौरान पुलिस को पता चला कि कुछ बदमाश सब्जी बेज रहे हैं, तो कुछ कपड़े। इसके साथ ही कुछ अलग-अलग दुकानों पर काम कर रहे हैं। अधिकतर शहर में ही मौजूद हैं। हालांकि कुछ बदमाश शहर से बाहर भी काम कर रहे हैं। उनसे भी संपर्क का प्रयास किया जा रहा है।
तीन अपराधी गिरफ्तार
सत्यापन अभियान के दौरान पुलिस को 48 अपराधियों की तस्दीक नहीं हो सकी थी। इन अपराधियों ने मकान का पता बदल रखा था। हालांकि इन अपराधियों की तस्दीक के लिए पुलिस जुटी हुई है। इनमें से पुलिस ने तीन अपराधियों को गांजा बेचते हुए रविवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया है।
सत्यापन में कौन रहा मौजूद
-03 थानों की फोर्स रही मौजूद
-06 बजे सुबह से चला अभियान
-150 सिपाहियों की लगी ड्यूटी
-17 महिला कांस्टेबल रहीं तैनात
-239 बदमाश घर पर मिले
-10 बदमाश जेल में हैैं
-46 बदमाश लापता हैैं
-04 बदमाशों की मौत हो चुकी है
आगामी विस चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराए जाने के लिए जेल से जमानत पर छूटे कुख्यात अपराधियों का सत्यापन कराया गया है। कुछ 347 अपराधियों में 239 मौजूद मिले हैैं। 48 अभियुक्त मकान बदलने की वजह से तस्दीक नहीं हो सके थे। हालांकि इनमें से तीन को गांजा बेचते हुए पकड़ लिया गया है। बाकी की भी तस्दीक कराई जा रही है।
-अरविंद चौरसिया, सीओ कोतवाली मेरठ