मेरठ (ब्यूरो)। एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर मेरठ में भैंसाली से बेगमपुल के बीच पांचवी टनल का निर्माण शनिवार को पूूरा कर लिया। लगभग एक किमी लंबी टनल का निर्माण कर रही सुदर्शन 8.1 (टनल बोङ्क्षरग मशीन) बेगमपुल स्टेशन पर शाफ्ट के जरिए बाहर निकली। जिसके बाद कर्मचारियों ने तिरंगा लहराकर खुशी मनाई।
चुनौतीपूर्ण काम था
इस सेक्शन में टीबीएम द्वारा टनलिंग करना एक चुनौतीपूर्ण काम था। इस सेक्शन में टनल शहर के भीड़ भाड़ वाले इलाक़ों को पार करती हुई, बेगमपुल नाले के नीचे से होती हुई बेगमपुल स्टेशन तक पहुंचनी थी। सुदर्शन 8.1 द्वारा नाले को पार करने के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया गया और विशेषज्ञों द्वारा पूरी सतर्कता बरती गई। इस सेक्शन में 600 मीटर रेडियस का एक बहुत ही तीखा मोड़ भी था, जहां टीबीएम द्वारा टनलिंग करना एक कठिन काम था। इन तमाम कठिनाइयों के बावजूद एनसीआरटीसी ने पूरी तत्परता और सावधानी से इसे सफलतापूर्वक संभव बनाया। इस टनल का ब्रेकथ्रू ज़मीन से 14 मीटर गहराई में किया गया है।
70 प्रतिशत निर्माण पूरा
गौरतलब है कि आरआरटीएस के भूमिगत कॉरिडोर में ट्रेनों की आवाजाही के लिए दो समानांतर टनल निर्मित की जाती हैं। यह मेरठ के तीसरे और आखिरी भूमिगत सेक्शन की पहली समानांतर टनल है। सुदर्शन 8.2 भैंसाली से बेगमपुल के बीच इस नव-निर्मित टनल की समानांतर टनल का निर्माण कर रही है और लगभग 70 प्रतिशत निर्माण पूरा कर लिया है। इस टनल का निर्माण पूरा होते ही मेरठ में टनलिंग का कार्य पूरा हो जाएगा।
प्री-कास्ट सेगमेंट का यूज
भैंसाली से बेगमपुल के बीच बनाई गई इस लगभग एक किमी लंबी सुरंग के निर्माण के लिए 4500 से अधिक प्री-कास्ट सेगमेंट का उपयोग किया गया है। टनलिंग प्रक्रिया में, इन सेगमेंट को बोर की गई टनल में इंसर्ट किया जाता है और सात खंडों को जोड़कर एक रिंग का निर्माण किया जाता है। प्रत्येक सेगमेंट 1.5 मीटर लंबा और 275 मिमी मोटा होता है। इन सेगमेंट और रिंग को बोल्ट की मदद से जोड़ा जाता है। इन टनल सेगमेंट की कास्टिंग एनसीआरटीसी के शताब्दीनगर स्थित कास्टिंग यार्ड में सुनिश्चित गुणवत्ता नियंत्रण के साथ की जा रही है। आरआरटीएस परियोजना को निर्धारित समय सीमा के अनुसार कार्यान्वित करने के लिए दिन-रात युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है।
तीन भूमिगत स्टेशन
मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपुल, मेरठ में तीन भूमिगत स्टेशन हैं, जिनमें से मेरठ सेंट्रल और भैंसाली मेरठ मेट्रो स्टेशन हैं, जबकि बेगमपुल स्टेशन आरआरटीएस और मेट्रो, दोनों सेवाएं प्रदान करेगा। एनसीआरटीसी मेरठ में आरआरटीएस नेटवर्क पर ही स्थानीय पारगमन सेवाएं, मेरठ मेट्रो प्रदान करने जा रहा है, जिसमें 21 किमी की दूरी में 13 स्टेशन होंगे। एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि संपूर्ण कॉरिडोर को 2025 तक जनता के लिये परिचालित कर दिया जाए।
भैंसाली से बेगमपुल स्टेशन तक एक किमी। लंबी पांचवी टनल का कार्य पूरा हो गया है। आखिरी टनल भी जल्ट तैयार हो जाएगी। एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि संपूर्ण कारिडोर को 2025 तक जनता के लिए संचालित कर दिया जाए।
पुनीत वत्स, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, एनसीआरटीसी