मेरठ (ब्यूरो)। यूपी के मेरठ में शुक्रवार दोपहर को दर्दनाक हादसा हो गया। पूर्व विधायक के कोल्ड स्टोर का बायलर फटने से लेंटर भरभरा कर गिर गया। शुक्रवार की शाम पौने तीन बजे दौराला स्थित जनशक्ति कोल्ड स्टोरेज में अमोनिया गैस का कंप्रेशर फट गया। इससे पांच मंजिला बिङ्क्षल्डग भरभराकर गिर गई। यह कोल्ड स्टोरेज बसपा से पूर्व विधायक चंद्रवीर ङ्क्षसह का बताया जा रहा है। हादसे में 24 कर्मचारी दब गए। हालांकि, आनन फानन में सात मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया। वहीं, 17 घायलों को अस्पताल भेजा गया, जहां सात कर्मचारियों को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। तीन कर्मचारी हादसे के समय बाजार में सामान ले गए थे।
जेसीबी से हटवाया मलबा
वहीं, हादसे की सूचना पाकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी दुख जताया। हादसे की सूचना के बाद एडीजी, कमिश्नर, आइजी, डीएम और एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी से मलवा हटवाया। सभी घायलों को समय रहते उपचार दिलाया गया है। बाद में एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई थी। देर रात तक मलबा साफ कर दिया गया।
आलू के बोरे रखे जाने थे
दिल्ली हाईवे पर दौराला में डीपीएस स्कूल के पीछे पूर्व विधायक चंद्रवीर ङ्क्षसह का जनशक्ति कोल्ड स्टोरेज हैं। शनिवार से स्टोरेज में आलू के बोरे रखे जाने थे। उसके लिए आलू के 800 बैैग स्टोरेज परिसर में रखे हुए थे। कोल्ड स्टोरेज ठेकेदार जगदीश अपने साथ जम्मू के उधमपुर नगर स्थित रामनगर तहसील के रहने 26 लोगों की लेबर लेकर सुबह 11 बजे स्टोर पर पहुंचे थे। सभी कर्मचारियों ने खाने का सामान खरीदा और बरामदे में बैठकर खाना बनाने की तैयारी कर रहे थे। ठेकेदार जगदीश, हेमराज और श्यामलाल बाजार से कुछ सामान की खरीदारी करने चले गए। साथ ही कुछ कर्मचारी स्टोरेज के अंदर आलू की बोरे कमर पर रखने के लिए पिठ्ठू बनाने लगे। इसी बीच अमोनिया गैस का कंप्रेशर फट गया। टैंक में भरी अमोनिया गैस चंद मिनटों में पूरे स्टोरेज में फैल गई। उसके बाद स्टोरेज की पांच मंजिला आधी बिङ्क्षल्डग भरभराकर गिरने लगी। स्टोरेज के अंदर पिठ्ठू बना रहे कर्मचारी पूरी तरह से घायल हो गए, जबकि बरामदे में खाना तैयार कर रहे लोग दीवार के सहारे खड़े होने पर सुरक्षित बच गए।
एडीजी मौके पर पहुंचे
बाजार से आए जगदीश और उसके साथियों ने कोल्ड स्टोरेज की पांच मंजिल को जमींदोज होते देख चंद्रवीर को जानकारी दी। तत्काल ही कंट्रोल रूम को 112 नंबर हादसों की सूचना दी गई। उसके बाद तत्काल ही दौराला पुलिस और एडीजी, कमिश्नर, आइजी, डीएम और एसएसपी पहुंचे थे। रैपिड की जेसीबी मशीन लगाकर घायलों को मलबे से निकाला गया। सभी को एसडी ग्लोबल, फ्यूचर प्लस और मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। एसडी ग्लोबल में दो, फ्यूचर प्लस में दो और मेडिकल कालेज में तीन कर्मचारियों को मृत घोषित कर दिया।
हालात को काबू में किया
हादसे के बाद डीएम दीपक मीणा व एसएसपी रोहित सजवाण ने कमान संभालते हुए जनपद के सभी थानों से पुलिस बल व अधिकारियों को बुलाया गया। दिल्ली रोड की एक साइड पर वाहनों का आवागमन रोक दिया। साथ ही टोल को भी फ्री करा दिया था। सीओ सिविल लाइंस ने मेडिकल कालेज में 20 बेड तैयार करा दिए थे। मर्चरी में भी जगह बना दी गई थी। ताकि मृतकों के शवों को मर्चरी में रखा जा सकें।
ग्रामीणों ने संभाला मोर्चा
हादसे के बाद दौराला गांव से काफी लोग मौके पर पहुंचे। मददगार बनकर सभी ने मोर्चा संभाला। साथ ही केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सपा विधायक अतुल प्रधान की पत्नी समेत विभिन्न पार्टी के नेता मौके पर पहुंचे।
एनडीआरएफ की टीम जुटी
एडीजी जोन राजीव सभरवाल ने कहा कि अमोनिया गैस का कंप्रेशर फटने से कोल्ड स्टोरेज की आधी बिङ्क्षल्डग गिर गई। बिङ्क्षल्डग में काम कर रहे कर्मचारियों को मलबे से निकाल कर अस्पताल पहुंचा दिया। सात लोगों को मृत घोषित कर दिया है। एनडीआरएफ की टीम को भी बुला दिया गया। मृतकों के परिवारों को भी जम्मू में सूचना दे दी गई है। पुलिस की तरफ से कोल्ड स्टोर स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।