दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित की गई वेबिनार

मेरठ के खिलाडि़यों से पदक जीतने की इस बार सबसे ज्यादा उम्मीदें

Meerut। टोक्यो ओलंपिक में इस बार मेरठ के खिलाडि़यों से सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं। मेरठ से इस बार सबसे ज्यादा 6 खिलाड़ी ओलंपिक में भाग लेंगे, लिहाजा अपने खिलाडि़यों से मेरठवासियों को खासी उम्मीदें हैं। इसी मुद्दे पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से एक वेबिनार आयोजित की गई। इसमें कैलाश प्रकाश स्टेडियम के आरएसओ आले हैदर, ओलंपिक के लिए जाने वाली प्रियंका गोस्वामी के कोच गौरव त्यागी एवं जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव अनु कुमार ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने खिलाडि़यों से जुड़े मुद्दों और उनकी सुविधाओं को लेकर चर्चा की।

मेरठ के लिए 'गोल्डन' चांस

ओलंपिक में इस बार मेरठ के खिलाडि़यों के लिए गोल्डन चांस है। उनसे उम्मीदें हैं कि वे गोल्ड मेडल जीतकर देश के साथ साथ मेरठ का भी नाम रोशन करें। इस विषय पर जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव अनु कुमार ने कहा कि यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। उत्तर प्रदेश में ओलंपिक में चार एथलीट्स का चयन हुआ है, जिसमें मेरठ के तीन हैं और चौथे चंदौरी जिले के हैं। हमारे खिलाडि़यों ये बड़ी उपलब्धि है। जिस तरह से ग्रामीण परिवेश से निकलकर आज ये खिलाड़ी ओलंपिक में प्रदर्शन करेंगे। यह छोटी बात नहीं है।

खिलाडि़यों का हौसला बढ़ाएं

उन्होंने कहाकि हर खिलाड़ी का सपना होता है, कि वह ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीते। यह शानदार विषय है इसमें हम सभी का दायित्व है कि हम अपने स्तर पर अपने होनहार खिलाडि़यों का हौसला बढ़ाएं। उन्हें मोटिवेट करें, जिससे वो मैदान में आउट स्टैडिंग परफॉर्मेस दें। साथ ही गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करें।

लोगों की उम्मीदें बढ़ीं

जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव अनु कुमार ने बताया कि मेरठ से ओलंपिक में सबसे ज्यादा खिलाडि़यों का चयन इस बात की उम्मीद जताता है कि भविष्य में दूसरे खिलाडि़यों के भी रास्ते खुल रहे हैं। वहीं, अब लोगों की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। दरअसल, किसी क्षेत्र में अगर खिलाड़ी ऐसी उपलब्धि हासिल करता है तो दूसरे लोग मोटिवेट होते हैं। उनको ओलंपिक दूर नहीं दिखता है। यह अच्छी बात है वहीं, इसका दबाव खिलाड़ी और खेल संघों पर आता है। अक्सर लोग बातचीत करने लगते हैं कि अगला नम्बर कौन होगा।

मेरठ के लिए गौरवशाली पल

कैलाश प्रकाश स्टेडियम के आरएसओ आले हैदर ने कहाकि निश्चित रूप से कई खिलाड़ी ओलंपिक के लिए जा रहे हैं। मेरठ के लिए यह बहुत ही गौरवशाली पल है। इतने खिलाडि़यों का ओलंपिक में जाना ये दर्शाता है कि यह क्षेत्र खेल के मामले में कितना एडवांस है। निश्चित रुप से एथलेटिक्स में इतने खिलाडि़यों का मेरठ जिले से जाना अपने आपमें ही बहुत महत्व रखता हैं। उन्होंने कहाकि एक खिलाड़ी की सफलता के पीछे बहुत सारे लोगों की कोशिश होती है। लम्बे समय की तैयारियां कार्य करती हैं.यह एक टीम वर्क है, जिसकी वजह से खिलाड़ी इस स्तर पर पहुंच पाता है। एथलेटिक्स एसोसिएशन का भी इसमें बहुत बड़ा रोल है। प्रियंका के संघर्ष की कहानी मुझे बहुत ही मोटिवेट करती है, जिसको हर किसी को सुनना चाहिए। सभी खिलाडि़यों से हमें बहुत ही आशा है।

दूसरे खिलाड़ी होंगे मोटिवेट

ओलंपिक के लिए चयनित खिलाड़ी प्रियंका गोस्वामी के कोच गौरव त्यागी ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि मेरठ से कई खिलाड़ी ओलंपिक में भाग लेंगे। एथलेटिक्स इस बार गर्व महसूस कराने का प्रयास करेगा। हम मेडल के पिछले टाइमिंग के अनुसार मेडल के बहुत ही करीब हैं, जो यकीनन मिलेगा। वहीं एक खिलाड़ी जब ओलंपिक का सफर तय करता है उसके लिए कितना संघर्ष करना होता है। इस सवाल पर गौरव त्यागी ने बताया कि वो सफर कुछ महीने या वर्षो का नहीं बहुत लम्बी यात्रा है। खेल विभाग व संघ अपनी प्रणाली अच्छी चला रहा है। खेल विभाग की तरफ से माहौल देना, मोटिवेट व प्लानिंग करके आगे बढ़ा रहा है। बीच की कडि़या कोच व ट्रेनिंग में व खिलाड़ी की अफर्ट सभी को मिलाकर खिलाड़ी इस मुकाम तक पहुंच पाता है।

प्रियंका का सिलेक्शन हुआ है। उससे उम्मीदें अधिक हैं। प्रियंका के बेहतर प्रदर्शन से अब दूसरे खिलाडि़यों के लिए भी बहुत सारे रास्ते खुलेंगे।

गौरव त्यागी, कोच, एथलेटिक्स

हमारे खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। उम्मीद है कि इस बार ओलंपिक में अब इस बार पिछले वर्षो से कई गुना बेहतर करेंगे। खासतौर से मेरठ के खिलाडि़यों से बहुत उम्मीदें हैं।

आले हैदर, आरएसओ

हमारे खिलाडि़यों यह बड़ी उपलब्धि है, जिस तरह से ग्रामीण परिवेश से निकलकर आज ये ओलंपिक में खेलने टोक्यो जाएंगे। ये छोटी बात नहीं है। ओलंपिक में खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है।

अनु कुमार, सचिव, जिला एथलेटिक्स संघ