मेरठ (ब्यूरो) । मंगलवार को पेश किए गए बजट में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिए जाने की बात भविष्य की नई उम्मीद दिखाती है। इससे शहर में प्रदूषण के स्तर में सुधार के अलावा पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से राहत भी मिलेगी। बजट में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को आसान बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा चार्जिंग स्टेशन और बैटरी स्वैपिंग की सुविधा पर फोकस किया गया है। इससे बैटरी चालित वाहनों की बिक्री में इजाफा होगा।

जेब को भी राहत
इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए केंद्र बैटरी स्वैपिंग के लिए नई पॉलिसी लाई है। इसके साथ अधिक संख्या में ईवी चार्जिंग स्टेशनों के बनने से वाहन मालिकों के लिए चार्जिंग की सुविधा में इजाफा होगा। इससे शहर के लोगों का बैटरी वाहनों के तरफ आकर्षण बढ़ेगा। इस दिशा में पहले से ही शहर में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के साथ ई रिक्शा और ई बाइक का संचालन हो रहा है। लेकिन अभी तक चार्जिंग स्टेशनों और बैटरी स्वैपिंग सुविधा ना होने के कारण बैटरी चालित वाहनों का बाजार हल्का है। बजट में इस घोषणा के बाद ई वाहनों की बिक्री में इजाफा होगा, जिससे लोगों की जेब से पेट्रोल-डीजल का खर्च कम होगा।

क्या है बैटरी स्वैपिंग
जैसे आप अपनी गाड़ी में पेट्रोल, डीजल या सीएनजी भरवाने के फिलिंग स्टेशन या फ्यूल स्टेशन पर जाते हैं, वैसे ही सरकार की बैटरी स्वैपिंग नीति आने के बाद आपको कंपनियों के स्वैपिंग स्टेशन पर जाना होगा। वहां पर आपको अपनी पुरानी डिस्चार्ज बैटरी देनी होगी, जिसके बदले आपको फुल चार्ज दूसरी बैटरी मिल जाएगी। स्वैपिंग स्टेशन पर कई ब्रांड्स की बैटरी उपलब्ध होंगी, जहां लगातार कई बैटरियां चार्ज होती रहेंगी। बदले में आपको फुल चार्ज बैटरी का बिल चुकाना होगा।

क्या होगा फायदा
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वाहन चालक का वक्त बचेगा। आमतौर पर ईवी की बैटरी चार्ज होने में नॉमर्ल चार्जर से 8 से 10 घंटे लगते हैं, जबकि फास्ट चार्जर से डेढ़ से दो घंटे में बैटरी फुल चार्ज हो जाती है। वहीं अगर चार्जिंग स्टेशन पर भीड़ हुई तो आपको लंबा इंतजार भी करना पड़ सकता है। लेकिन बैटरी स्वैपिंग स्टेशन पर बैटरी की अदला-बदली कर आप इस झंझट से बच सकेंगे और अपने गंतव्य स्थान पर शीघ्र पहुंच सकेंगे। साथ ही लंबी दूरी भी आराम से तय कर सकेंगे।

वर्जन-
ई व्हीकल आने वाले समय की जरुरत है। इससे सबसे अधिक फायदा पॉल्यूशन से निजात मिलेगी। इस घोषणा से ई व्हीकलों की संख्या में इजाफा होगा।
- डॉ। अरुण

ई व्हीकल लेने के बाद उसकी चार्जिंग को लेकर सबसे अधिक विचार करना पड़ता था लेकिन बैटरी स्वैपिंग और चार्जिंग स्टेशन की सुविधा मिलने से यह समस्या दूर हो जाएगी।
- दीपक राजपूत

ई व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बजट में काफी अच्छी घोषणा की है लेकिन इसके साथ ही ई व्हीकल पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी की भी राहत दी जानी चाहिए थी ताकि आम जन के बजट में ई व्हीकल शामिल हो सके।
- वीरेंद्र

ई व्हीकल आने वाले समय की जरुरत है। लेकिन अभी यह इतने अधिक मंहगे हैं कि आम जन अभी खरीदने से दूरी बना रहे है। चार्जिंग स्टेशन बनने से ई व्हीकलों की डिमांड बढेगी।
सुशील बंसल