मेरठ (ब्यूरो)। जो भी कोर्स कर रहे हैं, उसके पहले आपको देखना होगा कि आपका नेचुरल इंट्रेस्ट किस चीज में है। किसी भी सब्जेक्ट को जबरदस्ती पढऩे से कोई फायदा नहीं है। आपके पास स्किल है और इंस्ट्रेस्ट है जो आपको करियर में आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता है। वहीं, अगर आप बिना इंट्रेस्ट के काम करेंगे तो इसका निगेटिव असर आपकी पर्सनॉलिटी पर पड़ेगा। यही नहीं, दूसरे भी इससे प्रभावित होंगे। इसलिए जिसमें खुशी हो, वही कार्य करें, भले ही आप मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसे कई क्षेत्रों में करियर बनाना चाह रहे हों, लेकिन आपका नेचुरल इंट्रेस्ट नहीं है तो मजा नहीं आएगा, साथ ही आप अपना बेस्ट भी नहीं दे पाएंगे। इसलिए करियर का चुनाव अपने नेचुरल इंट्रेस्ट से ही करें। यह बात दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और अमृता विश्व विद्यापीठ्म करियर पाथवे प्रोग्राम में चीफ गेस्ट के रूप में मौजूद पीवीवीएनएल की एमडी ईशा दुहन ने कही।

जीवन में आराम नहीं है
उन्होंने बच्चों से कहाकि हमें यह बताया गया कि हाईस्कूल कर लो, फिर आराम ही आराम है। उसके बाद इंटरमीडिएट कंप्लीट करो, फिर आराम है। सच बात तो यह है कि जीवन में कभी आराम नहीं है। मेरे हिसाब से आराम तो छोटी क्लासेज में ही था, जैसे ही बढ़ते जाते हैं। आराम शब्द दूर होता जाता है। जीवन में कई चैलेंज आने लगते हैं। उनको स्वीकार करना पड़ेगा। उनसे हार नहीं माननी है, बल्कि आगे बढ़ते जाना है।

आपको अच्छा मौका मिला है
चीफ गेस्ट ईशा दुहन ने करियर पाथवे के दौरान बच्चों को करियर से जुड़ीं महत्वपूर्ण टिप्स दीं। उन्होंने कहाकि इस हॉल में बैठे बच्चे साइंस स्ट्रीम से हैं, यह अच्छी बात है। मैं भी साइंस स्ट्रीम से रही हूं। आपसे बात करने का मौका मिला, यह मेरा सौभाग्य है। जीवन में लक्ष्य तक पहुंचने के लिए बेहतर गाइडेंंस बहुत जरूरी है। हमारे समय में ऐसे कार्यक्रम नहीं होते थे, मुझे नहीं लगता कोई इस तरह की आप्च्युर्निटी मिली है। इस तरह से किसी भी ऑफिसर से गाइडेंस मिल पाई हो। सुनी -सुनाई बातों पर ही हम लोग तैयारी कर लेतेे थे। ज्ञान आजकल हर जगह अवलेवल है। किसी भी चीज को आप आज आसानी से सर्च कर सकते हैं।

सपनों को सच करना सीखें
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद सीसीएस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा ने कहाकि सपने देखते हो तो उसे सच करना भी सीखेंं। अगर ये आसान नहीं है तो बहुत कठिन भी नही है। बस, आपको सोच का दायरा बढ़ाना होगा। दूसरों से अलग सोचना और बोलना होगा। तभी भीड़ से अलग हो सकेंगे। यही आपकी पहचान होगी।

दीप प्रज्जवलन से शुरुआत हुई
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट और अमृता विश्वविद्यापीठम की ओर से आयोजित दो दिवसीय करियर पाथवेज सेमिनार की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस दौरान अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटोर (डायरेक्टर आफ एडमिशंस एंड एकेडमिक आउटरिच) निघिल एन, मुख्य अतिथि एमडी पीवीवीएनएल ईशा दुहन एवं विशिष्ट अतिथि रजिस्ट्रार सीसीएसयू धीरेंद्र कुमार वर्मा और दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रीजनल एडिटोरियल हेड मुकेश कुमार मौजूद रहे। सीसीएसयू के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है।

एग्जामिनर की तरह सोचें
मोटिवेशनल स्पीकर विक्रांत जावला ने कहाकि आपको किसी एग्जाम को क्रैक करना है तो आपको एग्जामिनर की तरह से सोचना होगा। क्योंकि उसे पता है कि एक आम स्टूडेंट का दिमाग कितना सोच सकता है। उन्हें पता होता है कि पेपर में कितने क्वेश्चन हैं जो 80 फीसदी स्टूडेंट हल नहीं कर सकेंगे। उन्हें महज 20 फीसदी ही सॉल्व कर पाएंगे। जिनका नजरिया सोचने का दूसरों से वाकई अलग होगा। इसलिए अपनी सोच को भीड़ से अलग करना होगा।

कई ऑप्शन हैं, परेशान न हों
अमृता विश्वविद्यापीठम् के एकेडमिक मेंटोर निघिल एन। ने कहाकि एआई यानि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तो ह्यूमन इंटेलिजेंस की ही देन है। एआई रोबोटिक को भी ह्यूमन इंटेलिजेंस ने ही बनाया है। इंजीनियरिंग और मेडिकल स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के लिए कई करियर ऑप्शन मौजूद हैं। इसलिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। मैथ्स स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के लिए अमृता विश्वविद्यापीठम् ने कई कोर्स संचालित किए हैं। इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डाटा, डाटा साइंस, एआई एंड रोबोटिक, साइबर सिक्योरिटी, लॉक चेन इंजीनियरिंग, रिन्यूएबल एनर्जी और इंटरनेट थिंक जैसे कोर्स हैं। वहीं, बायोलॉजी स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के लिए बीएससी एनेस्थीसिया टेक्नोलाजी, बीएससी कार्डियो वस्कूलर टेक्नोलाजी, बीएससी क्लीनिकल, न्यूट्रिशियन, डाइटेटिक्स एंड फूड साइंस, बीएससी इमरजेंसी मेडिकल टेक्नोलाजी, बीएससी डायलिसिस थेरेपी, बीएससी आपरेशन थिएटर टेक्नोलाजी बीएससी रेस्पेरेटरी, बीएससी कार्डिक परफ्यूजन टेक्नोलाजी, बीएससी ब्लड बैंक टेक्नोलाजी आदि कोर्स उपलब्ध हैं। हर साल 24 से 25 लाख स्टूडेंट्स नीट और 15 लाख के लगभग जेईई का एग्जाम देते हैं, लेकिन कुछ को ही सफलता मिलती है। इसलिए हमारे कोर्स छात्रों के लिए बेहतर साबित होते हैं।

टीचर्स को मिला सम्मान
इस दौरान स्कूलों से बच्चों के साथ आए टीचर्स को भी सम्मानित किया गया। वहीं, स्टूडेंट्स के लिए लकी ड्रॉ निकाला गया। वहीं, स्पीकर्स के सही सवालों के जवाब देने पर बच्चों को गिफ्ट दिए गए। स्टूडेंट्स को अमृता विश्व विद्यापीठम् कैंपस के कोर्सेज, कैंपस और फैकल्टी से जुड़ी वीडियो भी दिखाई गई।

ये स्कूलों ने किया पार्टिसिपेट
बीएनजी इंटरनेशनल
ऋषभ एकेडमी स्कूल
रुद्रा इंटरनेशनल स्कूल मवाना
सीजेडीएवी पब्लिक स्कूल
गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल
एसवीएन स्कूल मोहकमपुर
मिलेनियम पब्लिक स्कूल
राधा गोविंद स्कूल
द कुबेर पब्लिक स्कूल
महेंद्र स्मारक खानपुर
सत्यकाम इंटरनेशनल स्कूल
राधेश्याम मरुारी स्कूल माधवकुंज
दिल्ली ग्लोबल स्कूल
लिटिल एंजिल्स स्कूल माधवपुरम