मेरठ ब्यूरो। सावधान, बच्चों को जल्दी चलाने के लिए वॉकर देना उसके पैरों को टेढ़ा कर सकता है। बच्चों की मांसपेशियां खींच सकती हैं। यही नहीं, पैरों का विकास भी रुक सकता है। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट इस बात की तस्दीक कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों के अधिकतर मामलों में ऐसी ही गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं।

ये है स्टडी
मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में आने वाले एक साल तक के दो हजार बच्चों पर स्टडी हुई। इसके मुताबिक ऐसे बच्चे, जिन्हें जल्दी चलने के लिए वॉकर दिया गया, उनके पैरों की मांसपेशियों में तनाव पाया गया। इनका विकास सही प्रकार से नहीं हो पाया। 6 से 8 महीने के बच्चों में जल्दी वॉकर देने के कई साइड इफेक्ट पाए गए। ऐसे बच्चों की चाल में गड़बड़ी मिली। चिकित्सक बताते हैं कि वॉकर का अधिक इस्तेमाल होने पर बच्चों के पैरों की हड्डियों में भी टेढापन पाया गया। सर्वाधिक मामले इसी तरह के मिले।

अंगुली पकडक़र चलना सिखाएं
बाल रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि बच्चों को उनकी नेचुरल ग्रोथ के हिसाब से बढऩे देना चाहिए। बच्चों के लालन पालन में किसी भी तरह की जल्दबाजी खतरनाक साबित हो सकती है। इसका सबसे बेहतर तरीका बच्चों को अंगुली पकड़वाकर चलवाना है। जब बच्चा बैठना सीख जाए, घुटने और हाथों के बल सरकने लगे, उसके बाद उसे चलवाने की प्रक्रिया में आगे बढ़ाना चाहिए। बच्चों को चलने में एक बच्चे को 9 महीने से डेढ़ साल तक का समय भी लग सकता है। कई मामलों में इससे अधिक समय भी देखा गया है। जल्दबाजी में बच्चों को वॉकर न दें।

ऐसे आ सकती हैं समस्या
डॉक्टर बताते हैं कि आमतौर पर बच्चों को वॉकर के सहारे चलना सीखते हैं। यह तरीका बेहद गलत है। बच्चों के पैरों की हड्डियां कोमल होती हैं। उनकी मांसपेशियों में मजबूती भी अधिक नहीं होती। बच्चे के पैरों पर असमय दबाव पड़ता है। जिससे इनके मुडऩे की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं। नतीजतन, बच्चे की चाल में फर्क भी आ सकता है। भविष्य में चलने संबंधी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है।

ऐसे काफी केसेस ओपीडी में आते हैं।पेरेंट्स की शिकायत रहती है कि बच्चे का पैर सीधा नहीं पड़ रहा। जांच के बाद पता चलता है कि बच्चे की मांसपेशियों में दबाव आ गया है। ऐसा अधिकतर वॉकर से चलने के कारण होता है।
डॉ। नवरत्न गुप्ता, एचओडी, बाल रोग विभाग, मेडिकल कॉलेज

वॉकर से बच्चों को चलाना काफी नुकसानदायक होता है। ओपीडी में कई केसेस आते हैं। पेरेंट्स बच्चों को वॉकर दे देते हैं। बाद में उनकी मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या आने लगती है। पैर टेढ़े हो जाते हैं। हालांकि यह समस्या इलाज से ठीक की जा सकती है।
डॉ। परवेज अहमद, वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ

बच्चों को वॉकर से न चलाएं। उन्हें खुद चलने के लिए प्रेरित करें। 9 से 11 महीने के बाद बच्चे अपने चलने की प्रक्रिया शुरू करते हैं। चलना सिखाने के लिए बच्चों को खुले मैदान में छोडं़े। उसे अंगुली पडक़र चलने के लिए प्रेरित करें। हर कदम धीरे-धीरे रखें।
डॉ। श्रीओम, बाल रोग विशेषज्ञ