मेरठ (ब्यूरो)। शुक्रवार को उप्र सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता खंड का निरीक्षण किया और कार्य की प्रगति को देखा। मुख्य सचिव ने एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह के साथ आरआरटीएस कॉरिडोर की निर्माण गतिविधियों का जायजा लिया और काम की जानकारी ली। इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार एवं एनसीआरटीसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे।

निर्माण खर्च का निरीक्षण
इस यात्रा के दौरान मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों के साथ देश की प्रथम रीजनल रेल में बैठकर दुहाई डिपो स्टेशन से साहिबाबाद स्टेशन के बीच 17 किमी की यात्रा भी की। निरीक्षण के दौरान प्राथमिकता खंड में किए जा रहे विभिन्न निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इस खंड में पांच स्टेशन हैं, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो। एनसीआरटीसी निर्धारित समयावधि से पहले ही इस खंड पर परिचालन आरंभ करने जा रही है, जिसके लिए युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। सभी स्टेशनों का निर्माण अंतिम चरण में है तथा सेफ्टी क्लीयरेंस मिलने के साथ ही इस पर जल्द ही परिचालन आरंभ कर दिया जाएगा।

स्क्रीन की हुई प्रशंसा
उन्होंने दुहाई डिपो में लगाए गए मेक इन इंडिया के अंतर्गत स्वदेश निर्मित प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स का अवलोकन किया तथा इस तकनीक की प्रशंसा की। इस परियोजना के क्रियान्वयन में कई अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है, इनमें से कई तकनीक ऐसी हैं जिनका न सिर्फ भारत में बल्कि विश्व में भी पहली बार प्रयोग किया जा रहा है, जैसे एलटीई कम्युनिकेशन बैकबोन पर स्टेंडर्ड ईटीसीएस सिग्नलिंग प्रणाली, जिसका प्रयोग विश्व में पहली बार किसी परियोजना के लिए किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि परियोजना में प्रयोग की जा रही इन अत्याधुनिक तकनीकों को मेक इन इंडिया के अंतर्गत लागू किया जा रहा है, जो प्रशंसनीय है एवं अन्य परियोजनाओं द्वारा अनुकरणीय है।

एनसीआरटीसी की सराहना की
मुख्य सचिव ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए ट्रेन में शामिल किए गए विभिन्न प्रावधानों के लिए टीम एनसीआरटीसी की सराहना की। इनमें क्षेत्रीय आवागमन के दौरान यात्रियों के सामान रखने की रैक की सुविधा, हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग सुविधा, दिव्यागों के लिए व्हीलचेयर के विशिष्ट स्थान और आपातकालीन चिकित्सा पारगमन के लिए स्ट्रेचर के स्थान का प्रावधान आदि शामिल हैं।

अधिकारियों से ली जानकारी
इसके साथ ही, मुख्य सचिव ने दुहाई डिपो स्थित प्रशासनिक बिल्डिंग का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां स्थित ट्रेन ऑप्रेशन एंड कंट्रोल सेंटर, एएफसी लैब, सिग्नलिंग एवं टेलीकॉम रूम, सिमुलेटर रूम आदि का दौरा किया। उन्होंने इसमें अत्यंत रूचि लेते हुए संबंधित अधिकारियों से इसके विषय में जानकारी प्राप्त की। इसी श्रृंखला में, उन्होंने दुहाई डिपो स्थित अत्याधुनिक एआर-वीआर लैब और सेंटर फॉर इनोवेशन का भी दौरा किया। एनसीआरटीसी परियोजना के क्रियान्वयन, परिचालन दक्षता तथा प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए वर्चुअल रिएलिटी, ऑग्मेंटेड रिएलिटी, बिल्डिंग इंफॉर्मेशन मॉडलिंग आदि जैसी कई उन्नत तकनीकों का उपयोग कर रहा है।