- इस बार जेईई मेन व जेईई एडवांस में नहीं मिल पाएगा दाखिले का मौका
- कम्पार्टमेंट व इंप्रूवमेंट के लिए अप्लाई करने वाले स्टूडेंट के लिए है बड़ी दिक्कत।
Meerut : चंद नंबरों की कमी को पूरा करने की दौड़ में सैकड़ों स्टूडेंट्स के पसंदीदा करियर पर ग्रहण भी लग सकता है। नंबरों की कमी को पूरा करने के लिए कम्पार्टमेंट या इम्प्रूवमेंट एग्जाम में अप्लाई करने वाले सैकड़़ों स्टूडेंट्स के लिए यह बुरी खबर है। दरअसल, बात हो रही है सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजूकेशन की ओर से आयोजित होने वाली जेईई मेन व जेईई एडवांस के जरिए इंजिनियरिंग में दाखिला लेने वाले सैकड़ों स्टूडेंट की, जिनका सपना अधूरा रहने के आसार लग रहे हैं। जुलाई में एग्जाम है व अगस्त में रिजल्ट की संभावना जताई जा रही हैं, इसी कारण इन सैकड़ों स्टूडेंट को इस बार के सेशन में दाखिला ही नहीं मिल सकेगा। इसी कारण के चलते स्टूडेंट को नेक्स्ट ईयर तक का इंतजार ही करना होगा।
फंसेगा मामला
सीबीएसई कम्पार्टमेंट व इम्प्रवमेंट एग्जाम के चलते जेईई एडवांस व मेन के स्टूडेंट को अगले साल तक का इंतजार करना होगा। इसके साथ यूपीटीयू और मेडिकल में भी दाखिले के लिए भी स्टूडेंट्स को अगले साल तक के लिए इंतजार ही करना पड़ेगा। ऐसे में सैकड़ों स्टूडेंट का पसंदीदा करियर उन्हें एक साल का इंतजार कराएगा।
एग्जाम ने बढ़ाई दिक्कतें
सीबीएसई की ओर से आयोजित होने वाली इंटरमीडिएट बोर्ड एग्जाम में इस बार सैकड़ों स्टूडेंट्स ने कम्पार्टमेंट व इम्प्रूवमेंट का फॉर्म भरा है। जिनका एग्जाम बोर्ड द्वारा हर साल जुलाई में ही किया जाता है। इसबार भी पहले से ही जुलाई में निर्धारित किया जा चुका है। रिजल्ट भी अगस्त में ही जारी होना है। ऐसे में जेईई मेन व एडवांस में दाखिले का इंतजार कर रहे उन स्टूडेंट को एक साल तक इंतजार करना पड़ेगा। जिन्होंने कम मार्क्स होने के कारण कम्पार्टमेंट व इम्प्रूवमेंट देने की प्लानिंग की है। सीबीएसई अधिकारियों के मुताबिक कंपार्टमेंट एग्जाम की डेट पहले से ही निर्धारित होती है।
सैकड़ों ने किया अप्लाई
सीबीएसई बोर्ड के कंपार्टमेंट के लिए सैकड़ों ने अप्लाई किया है। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार इस बार ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या पांच हजार है, जिन्होंने कम्पार्टमेंट के लिए अप्लाई किया है। जबकि इम्प्रूवमेंट के लिए फॉर्म सितम्बर में जारी होंगे। इम्प्रूवमेंट के लिए अप्लाई करने वाले स्टूडेंटस का एग्जाम बोर्ड के फाइनल एग्जाम के साथ ही आयोजित कर दिया जाता था।
कम्पार्टमेंट के चलते कुछ स्टूडेंट्स को दिक्कत तो आ सकती है, लेकिन इसके लिए सीबीएसई में चर्चा चल रही है। कुछ न कुछ हल जरूर निकलेगा।
-डॉ। पूनम देवदत्त
सीबीएसई काउंसलर