महिलाओं की यौन उत्पीड़न संबंधित शिकायतों के निवारण के लिए बनाई गई समिति
शासन ने 19 अगस्त को दिया था सीसीएसयू को समिति बनाने का निर्देश
Meerut। अब कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की शिकायतों के निवारण के लिए समिति का गठन सीसीएस यूनिवर्सिटी में कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी में बनाई गई यह समिति शिक्षण संस्थानों से आने वाली शिकायतों का समाधान करेगी। 19 अगस्त को शासन के लिखित निर्देशों के बाद ही इस समिति को यूनिवर्सिटी द्वारा गठित किया गया है। समिति के सदस्यों द्वारा न केवल शिकायतें सुनी जाएंगी बल्कि उनका निवारण भी किया जाएगा। वहीं जांच में अगर शिकायत सही पाई जाती है तो संबंधित कार्रवाई तक का जिम्मा समिति को दिया गया है। मंगलवार को ही सीसीएसयू ने लेटर जारी कर समिति बनाने की घोषणा की।
पांच महिला सदस्य शामिल
समिति में सीसीएसयू ने पांच सदस्यों को शामिल किया है। जिसमें प्रोवीसी प्रो। वाई विमला सीसीएसयू, आचार्य गणित विभाग प्रो। जयमाला, सीसीएसयू, आचार्य इतिहास विभाग, प्रो। अराधना सीसीएसयू, व लेखा विभाग से रुचि भट्ट को शामिल किया गया है। इन पांच महिला सदस्यों द्वारा ही महिला यौन उत्पीड़न की शिकायतों को सुना जाएगा उसके रोकथाम व निवारण के लिए कार्य किया जाएगा।
शिकायतों का निवारण
रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि समिति को सभी शिक्षण संस्थानों से महिलाओं से संबंधित शिकायतें की जा सकती हैं। महिलाओं से हो रहे यौन उत्पीड़न व अन्य शिकायतों को समिति न केवल सुनेगी बल्कि सदस्यों द्वारा इनका त्वरित समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही शिकायतों संबंधित होने वाली कार्रवाई को भी समिति ही तय करेगी। अगर शिकायतें गंभीर और वास्तविक मिलती हैं तो संबंधित आरोपियों पर कार्रवाई करने का अधिकार भी समिति को दिया गया है। इसके लिए समिति मामले की रिपोर्ट तैयार करके रजिस्ट्रार कार्यालय पर देगी। इस रिपोर्ट की जानकारी समय-समय पर शासन को भी दी जाएगी ताकि ये पता लग सके कि समिति द्वारा वास्तव में कितना कार्य किया जा रहा है और समिति के क्या फायदे हैं।