जनता के मुद्दों पर बातचीत के बजाय झगड़ों में ही निपटी कैंट बोर्ड की बैठक

बोर्ड अध्यक्ष ने मीटिंग रोककर दी नसीहत, बोले- एक-दूसरे से विवाद भूलकर जनहित में एकजुट होकर जुटें

Meerut। कैंट बोर्ड की अंतिम बैठक शुक्रवार को सदस्यों की आपसी खींचतान के साथ शुरू हुई। खींचतान बढ़ती देख सीईओ ओर बोर्ड अध्यक्ष ने सभी सदस्यों को आपस मे न लड़ने और कैंट के विकास का संदेश दिया। वहीं पूरी बोर्ड बैठक के दौरान लगभग हर मुद्दे पर उपाध्यक्ष बीना वाधवा और पूर्व उपाध्यक्ष विपिन सोढ़ी के बीच तीखी बहस होती रही।

दाखिल किया आरोप-पत्र

उपाध्यक्ष बीना वाधवा और सदस्य रिनी जैन, बुशरा कमाल, नीरज राठौड़ और अनिल जैन ने सामूहिक तौर पर पूर्व उपाध्यक्ष व वार्ड 8 के सदस्य विपिन सोढ़ी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। बीना वाधवा ने इसे पढ़ते हुए विपिन सोढ़ी पर उपाध्यक्ष रहते गलत म्यूटेशन व अन्य वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए गए।

फाइलें घर मंगवाते थे

बैठक में बीना वाधवा ने विपिन सोढ़ी पर उपाध्यक्ष रहते हुए तानाशाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि टोल पर उनकी गलत सलाह का खामियाजा तत्कालीन बोर्ड अध्यक्ष व सीईओ को हाईकोर्ट में खड़े होकर भुगतना पड़ा। बीना वाधवा ने आरोप लगाया कि विपिन सोढ़ी उपाध्यक्ष रहते हुए बोर्ड की फाइलें अपने घर मंगवाते थे। साथ ही, वे कैंट बोर्ड द्वारा संचालित अमृत होटल व अतिथि बैंक्वेट हॉल के केस में कैंट बोर्ड के विरुद्ध वकील रहे, जिस कारण बोर्ड को वित्तीय हानि हुई।

रुकवा दी ग्रांट

बीना वाधवा ने आरोप लगाया कि विपिन सोढ़ी ही मौजूदा बोर्ड के खिलाफ मंत्रालय को शिकायती पत्र भेज रहे हैं, जिससे बोर्ड में विकास कार्य की ग्रांट रुक गई है।

आरोपों का खंडन

सोढ़ी ने बैठक में आरोपों का खंडन करते हुए इन्हें राजनीति से प्रेरित बताया। सोढ़ी का कहना था कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कोई भी काम व्यक्तिगत रूप से नहीं किया, बल्कि वे तत्कालीन बोर्ड के फैसले होते थे। कैंट के खिलाफ केस के आरोप पर सोढ़ी ने कहा कि वह बोर्ड सदस्य बनने से पहले कुछ मामलों में वकील अवश्य रहे हैं, मगर इसका उन्हें कानूनी अधिकार था। सदस्य बनने के बाद वह किसी केस में कैंट बोर्ड के विरुद्ध पेश नहीं हुए।

गवाह की मांग ठुकराई

सदस्यों और उपाध्यक्ष बीना वाधवा ने बोर्ड अध्यक्ष से कहा कि उनके पास ऐसे गवाह हैं, जो विपिन सोढ़ी के गलत कार्यो की गवाही देंगे। इस पर विपिन सोढ़ी ने कहा कि गवाह बुलाने की इजाजत उन्हें भी मिले तो वो भी गवाह बुला सकते हैं। मगर बोर्ड अध्यक्ष ने ऐसे किसी निवेदन को नहीं माना।

व्यक्तिगत आरोप न लगाएं

सदस्यों की आपसी खींचतान बढ़ती देख कैंट बोर्ड सीईओ नवेंद्र नाथ ने कहा कि किसी के नाम से कोई एक-दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप न लगाए। अंत में बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर अर्जुन सिंह राठौड़ ने कहा कि अंतिम बैठक में जनहित के कार्यो पर चर्चा की बजाए आपस में ही उलझते रहे। सभी सदस्य जनहित के लिए एकजुट होकर कार्य करें।

भेंट किए पौधे

कैंट बोर्ड सीईओ नवेंद्र नाथ ने सभी सदस्यों को तुलसी का पौधा भेंट कर धन्यवाद कहा। बैठक में एडम कमांडेंट संदीप सालवेकर, ई-साउथ मेजर पी। अरविंद नीरज राठौर, अनिल जैन, धर्मेंद्र सोनकर, कार्यालय अधीक्षक जयपाल सिंह तोमर आदि भी रहे।

20 बेड का नया वार्ड बनेगा

कैंट अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड में एनएचएम के तहत कम्युनिटी सेंटर वार्ड का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पास हो गया। हेल्थ मिशन के तहत ये काम होगा। इसमें बोर्ड अपनी जमीन देगा, 20 बेड के इस वार्ड में हेल्थ विभाग की ओर से हर बीमारी के स्पेशल डॉक्टर होंगे। चार-पांच महीने में वार्ड बन जाएगा।

ऑक्सीजन प्लांट का काम शुरू

बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि कैंट अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का काम शुरू हो गया है। इसमें हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से ही सभी कार्य होने हैं। बोर्ड का काम जगह व बिजली आदि की व्यवस्था करना है। इसके अलावा, कैंट में अवैध निर्माण के 13 मामलों में 320बी के नोटिस जारी करने का प्रस्ताव भी पास किया गया।