मेरठ (ब्यूरो)। शहर के विकास के लिए गड्ढा मार्केट के व्यापारी शिफ्ट होने के लिए राजी भी हैं लेकिन उनकी मांग पर सही जगह पर दुकानें देने की हैं ताकि उनका व्यापार अधिक प्रभावित ना हो। अब गड्ढा मार्केट के व्यापारियों की इस मांग के समर्थन में सदर व्यापार व आबूलेन व्यापार मंडल के व्यापारियों ने समर्थन देना शुरु कर दिया है।
यह है मामला
दरअसल, गड्ढा मार्केट के स्थान पर रैपिड रेल का सबसे प्रमुख बेगमपुल स्टेशन भूमिगत बनना है। इसके लिए गड्ढा मार्केट को खाली करने के लिए कैंट बोर्ड ने नोटिस जारी कर दिए हैं। साथ ही कार्रवाई शुरू हो चुकी है। 70 साल पुराने इस बाजार मेें करीब 60 से 62 व्यापारियों के प्रतिष्ठान व दुकानें हैं जो सालों से यहां अपना कारोबार करते हुए परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। अब चूंकि यहां रैपिड स्टेशन प्रस्तावित हो गया है।
नहीं है कोई विकल्प
ऐसे में व्यापारियों के पास शिफ्ट होने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है। शहर के विकास के लिए व्यापारी अपना सालों से जमा कारोबार खुद उजाडऩे को तैयार तो हो गए हैं, लेकिन इसके बदले में वह अपने भविष्य के लिए बेहतर विकल्प की मांग शासन-प्रशासन से कर रहे हैं।
प्राइम लोकेशन की मांग
गड्ढा मार्केट के व्यापारियों को शिफ्ट करने का जिम्मा कैंट बोर्ड के पास है। ऐसे में प्रशासन के आदेश के बाद कैंट बोर्ड मार्केट के 50 दुकानदारों को शिफ्ट करने के लिए जगह तलाश रहा है। इसके लिए कैंट बोर्ड बेगमपुल के आसपास मार्केट की 50 दुकानों को शिफ्ट करने का आश्वासन दिया गया है। लेकिन व्यापारियों की इच्छा कैंट बोर्ड के बंगला नंबर 180 में शिफ्ट होने की है। अब गड्ढा मार्केट के व्यापारियों के पक्ष अन्य व्यापार मंडल के व्यापारी भी समर्थन देने लगे हैं।
पिछले 70 साल से व्यापारी गड्ढा मार्केट में कारोबार कर रहे हैं। कैंट बोर्ड द्वारा खुद बाजार के लिए यहां जमीन व्यापारियों को आवंटित की थी। इसलिए कैंट बोर्ड को भी व्यापारियों को उनकी पसंद के अनुसार जगह देनी चाहिए। हम गड्ढा मार्केट के व्यापारियों का समर्थन करते हैं।
अमित बंसल, सदर बाजार महामंत्री
कैंट बोर्ड कई साल से गड्ढा मार्केट के व्यापारियों से शुल्क ले रहा है। ऐसे में कैंट बोर्ड का यह दायित्व है उन व्यापारियों को ऐसी जगह शिफ्ट किया जाए। जहां उनका व्यापार प्रभावित ना हो।
नरेंद्र सिंह, आबूलेन व्यापार संघ अध्यक्ष
जिस प्राइम लोकेशन पर गड्ढा मार्केट के व्यापारियों का व्यापार चल रहा है। कम से कम इस तरह की जगह पर ही उनको दुकानें मिलनी चाहिए। ताकि व्यापार अधिक प्रभावित ना हो।
मनोज गुप्ता, भारतीय व्यापार मंडल महामंत्री
किसी भी जगह पर स्थापित व्यापार को बदल कर दूसरी जगह व्यापार करना आसान नही होता, लेकिन शहर के विकास की बात है ऐसे में प्रशासन को भी व्यापारियों का हित देखते हुए उनकी सहूलियत के हिसाब से जगह उपलब्ध करानी चाहिए।
सचिन चोपड़ा, भारतीय व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष