मेरठ (ब्यूरो)। शहीद मंगल पांडे कॉलेज में एनसीसी कैडेट्स द्वारा थल सेना दिवस मनाया गया। इस मौके पर 22 यूपी गल्र्स बटालियन कमांडिंग ऑफिसर कर्नल महेश चौहान द्वारा सभी को थल सेना दिवस की जानकारी दी गई। प्रिंसिपल प्रो। अंजू सिंह के संरक्षण तथा एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ। लता कुमार के संयोजन में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत भारतीय थल सेना दिवस मनाया गया।
शहीदों को श्रद्धांजलि दी
इस अवसर पर कैडेट्स द्वारा विविध आयोजन ऑनलाइन किए गए। कैडेट्स ने थल सेना के पराक्रम पर आधारित स्लोगन निर्मित किए और पोस्टर भी बनाए गए। इस ऑनलाइन बैठक में भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजलि दी तथा सेना के पराक्रम और शौर्य को नमन करते हुए अपने विचार प्रकट किए। कैडेट सलोनी वर्मा ने थल सेना दिवस के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत में थल सेना दिवस देश के जांबाज सैनिकों की शहादत पर गर्व करने का दिन है। 15 जनवरी 1949 के बाद ही भारतीय सेना ब्रिटिश शासन से पूरी तरह मुक्त हुई थी। इसीलिए 15 जनवरी को थल सेना दिवस के रूप में घोषित किया गया था।
अंग्रेजों से मुक्ति का दिवस
सलोनी ने कहा कि यह दिन देश की एकता व अखंडता के प्रति संकल्प और भारतीय सेना की अंग्रेजी सेना से मुक्ति का दिवस है। साथ ही इस दिन भारतीय सेना के सर्वोच्च अधिकारी केएम करिअप्पा को भारतीय सेना का फील्ड मार्शल बनाया गया था। कैडेट सिमरन सिसोदिया, कैडेट प्राची रानी, कैडेट कीर्ति सिंह ने ओजपूर्ण कविताओं की प्रस्तुति कर तालियां बंटोरी। प्रिंसिपल प्रो। अंजू सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए एनसीसी इकाई को थल सेना दिवस की बधाई दी। लेफ्टिनेंट प्रो। लता कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया और कैडेट्स को शुभकामनाएं दी। आयोजन में पुरातन कैडेट्स ने भी प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एनसीसी गीत का गान किया।
इनका रहा योगदान
आयोजन को सफल बनाने में अंडर ऑफिसर सुबधी, सार्जेंट मीनू, कॉरपोरल ख़ुशी, सलोनी वर्मा, लांस कॉरपोरल सिमरन, प्रियंका, निक्की, तनु, कैडेट प्राची, ख़ुशबू, ख़ुशी शर्मा आदि का योगदान रहा।