मेरठ (ब्यूरो)। आईआर्ईए भवन पर औद्योगिक क्षेत्रों की समस्याओं के संबंध में शनिवार को एक सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान मेंराज्यसभा सदस्य डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी सभा के मुख्य अतिथि रहे। इसके अलावा कैंट विधायक अमित अग्रवाल समेत आइआइए के पदाधिकारी एवं सदस्य भी मौके पर उपस्थित रहे।
समस्या पर हुआ मंथन
आईआईए के अध्यक्ष सुमनेश अग्रवाल ने मुख्य अतिथि राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी एवं विधायक का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने आईआईए के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। इसके बाद अध्यक्ष आईआईए सुमनेश अग्रवाल ने मेरठ के उद्यमियों की समस्या से राज्यसभा सदस्य और विधायक को अवगत कराने के साथ ही संबंधित ज्ञापन भी सौंपा।
जमीन फ्री होल्ड का आश्वासन
विधायक अमित अग्रवाल ने बताया कि मोहकमपुर औद्योगिक क्षेत्र उन्हीं का विकसित किया हुआ है। नाले के निर्माण की मांग पत्र द्वारा लखनऊ तक गई हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही फंड रिलीज हो जाएगा। विधायक ने उद्योग क्षेत्र की जमीन फ्र ी होल्ड कराने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी बताया कि उद्योगों के विकास के लिए नोएडा की तर्ज पर मेरठ औद्योगिक विकास प्राधिकारण की भी मांग की गई है। वहीं राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने आश्वासन दिया कि उद्यमियों की समस्याओं का समाधान जल्द ही संबंधित विभाग से कराया जाएगा।
यह रही मांगें
सुमनेश अग्रवाल अध्यक्ष आईआईए ने सांसद को अवगत कराया कि सरकार ने डीजल जैनरेटर सैट के प्रयोग पर रोक लगा दी है और एनसीआर में स्थित समस्त उद्योगों को पीएनजी अथवा बायोमास ईंधन पर स्थानांनत्रित करना अनिवार्य है। ऐसा करने से लाखों ईकाया बंद हो जाऐगी और करोड़ों श्रमिक बेरोजगार हो जाएगे।
गत 30 वर्षो से अधिक समय से यहा सरकार द्वारा अधिकृत उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण, मेरठ विकास प्राधिकरण अथवा जिला उद्योग केंद्र द्वारा कोई औद्योगिक क्षेत्र विकसित नहीं किया गया।
वर्तमान मे यूपीसीडा एवं जिला उद्योग केंद्र द्वारा विकसित औद्योगिक क्षेत्र 90 वर्ष की लीज पर दिए हुए है। इन क्षेत्रों को फ्र होल्ड कराया जाए ताकि औद्योगिक विकास निवेश एवं गति प्रदान हो सके।
विकास प्राधिकरण द्वारा औद्योगिक क्षेत्रों के लिए एप्रोच रोड़ को विकसित करना चाहिए तथा 12 मीटर/18 मीटर चौड़ाई की बाध्यता है, जिसे समाप्त करने की आवश्यकता है। जिससे औद्योगिक क्षेत्रों के लिए चिन्हित भूमि पर नए उद्योग स्थापित करने में सुविधा हो सके।
उद्योगों के लिए कोई प्रथक ग्रहकर नियमावली न होने के कारण यहा व्यावसायिक दर पर कर लगाया जा रहा है और टैक्स दर जो 200 वर्ग फुट की दुकान के लिए है। वही दर हजारों मीटर मे फैले उद्यम पर भी लागू है। उद्योगो के लिए गृह कर की प्रथक औद्योगिक नीति होनी चाहिए, जिससे कि उद्यम भली-भांति प्रगति कर सकें।
थोड़ी सी बारिश मे ही दिल्ली रोड के समस्त औद्योगिक एवं आवासीय क्षेत्र जलमग्न हो जाते हंै। इस लिए जिस प्रकार दिल्ली रोड के एक ओर नाला बनाया गया, उसी प्रकार दूसरी ओर समानांतर नाले का निर्माण कराया जाए।
ये रहे मौजूद
बैठक में विभोर अग्रवाल सचिव आईआईए राजीव अग्रवाल, कोषाध्यक्ष पंकज गुप्ता, अजय गुप्ता, संजीव मित्तल, राजेंद्र कुमार जैन, अश्वनी गेरा, निपुन जैन, मनोज शर्मा, गौरव जैन तथा अन्य सदस्य उपस्थित रहें।