मेरठ ब्यूरो। मेरठ के साइबर सेल में आए ये दोनों केस महज कुछ उदाहरण हैं। हकीकत यह है कि प्यार में ठोकर खाने के बाद लडक़े साइबर क्राइम की दुनिया में घुस रहे हैं। लड़कियों को बदनाम कर उनकी इज्जत से न केवल खिलवाड़ कर रहे हैं, बल्कि उनकी जिंदगियां भी बर्बाद कर रहे हैं। जिले में ऐसे कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं। लड़कियों की फेक प्रोफाइल बनाकर दूसरे लडक़ों के साथ चैट वायरल करने, एडिटिंग करके उनकी न्यूड फोटो वायरल होने की तमाम शिकायतें पुलिस के पास पहुंच रहीं हैं।

इंतकाम लेने की चाहत

इस मामले में मनोवैज्ञानिक डॉ। रवि राणा ने बताया कि प्यार में ठुकराए जाने को लडक़े अपने इगो पर चोट मानते हैं। ब्रेकअप के बाद अक्सर लडक़े बदला लेने पर उतारू हो जाते हैं। फेक प्रोफाइल बनाकर लडक़ी को बदनाम करना उन्हें सबसे सरल तरीका लगता है। पुलिस पूछताछ में भी कई लडक़ों ने यह बात स्वीकार की है। वहीं, साइबर एक्सपर्ट ने कहाकि कई आरोपी लडक़ों ने जांच के दौरान यह भी बताया कि इस तरह के मामलों में उन्हें फंसने का रिस्क कम दिखाई दिया।अन्य किसी भी तरह से यदि बदला लिया जाता तो पकड़े जाने का डर अधिक रहता । इस तरह से सीधे शक के घेरे में भी नहीं आ पाते हैं। लड़कियां बदनामी के डर से चुप रहती हैं।

फेक प्रोफाइल के 20 फीसदी मामले

जिले में फेक प्रोफाइल बनाकर बदनामी करने के कई मामले लगातार पुलिस के पास पहुंच रहे हैं अधिकारियों का कहना है कि साइबर अपराध से जुड़े 20 फ़ीसदी केस इसी तरह के दर्ज हो रहे हैं। महीने भर में 20 से 25 शिकायतें थाने में पहुंच रही हैं। कुछ मामलों में हुई जांच में पता चला कि किसी न किसी वजह से लड़कियों का ब्रेकअप हो गया था जिसके बाद ही इस तरह की घटनाएं उनके साथ घटित होनी शुरू हुई थी।

डरें नहीं, शिकायत करें

साइबर सेल इंचार्ज सुबोध सक्सेना ने बताया कि इस तरह के मामलों में लड़कियां अक्सर बदनामी के डर से चुप्पी साध लेती हैं। इसकी वजह से क्रिमिनल्स के मंसूबे बढ़ जाते हैं। वह इस तरह की घटनाओं को लगातार अंजाम देने लगते हैं। कई मामलों में ब्लैकमेलिंग भी शुरू हो जाती है। पीडि़त लड़कियां बिना डरे पुलिस को अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं। हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी डायरेक्ट शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

केस वन : लडक़ी की फेक प्रोफाइल बनाई

शादी का प्रपोजल ठुकराने पर गंगानगर निवासी एक युवती का दिल्ली में रहने वाले युवक ने फेसबुक पर फेक प्रोफाइल बना दिया। यही नहीं कई दूसरे लडक़ों की भी फर्जी आईडी बना डाली। लडक़ी के फेक अकाउंट पर उन्हें फ्रेंड बनाकर अश्लील चैट करता। फिर उन्हें कई ग्रुप में वायरल कर देता। शिकायत पर जांच हुई और इसका खुलासा हुआ। पता चला कि युवक और युवती का बीते कई महीनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लडक़ी के घरवालों को रिश्ता मंजूर नहीं था इसलिए लडक़ी ने लडक़े को मना कर दिया था। जिसके बाद गुस्साए युवक ने ये रास्ता अपनाया।

केस दो : लडक़ी के आपत्तिजनक फोटो बनाए

शारदा रोड निवासी 22 वर्षीय एक युवती का कॉलेज के लडक़े के साथ कई साल से अफेयर था। लडक़े के पास रोजगार नहीं था। घरवालों ने बाद में लडक़ी को शादी कहीं और तय कर दी। लडक़े का दिल टूट गया। उसने इंस्टाग्राम पर लडक़ी की फेक प्रोफाइल बनाई। उसकी कई फ़ोटो आपत्तिजनक तरीके से एडिट कर पोस्ट कर दी। लडक़ी के पड़ोसियों, दोस्तों के साथ भी चैट करने लगा। बदनामी हुई तो लडक़ी का रिश्ता टूट गया। लडक़ी ने शिकायत की। जांच हुए और इस मामले का खुलासा हुआ।

ऐसे करें बचाव

- सोशल मीडिया पर अपनी आईडी को प्रोफाइल लॉक रखें

- अनजान लोगों से दोस्ती ना करें

- सोशल मीडिया पर अपनी कोई भी पर्सनल जानकारी शेयर ना करें

- अपने परिवार और अपनी फोटो को कम से कम अपलोड करें

- सोशल मीडिया का इस्तेमाल अधिक न करें

- यदि कोई फेक प्रोफाइल बनता है तो तुरंत इसकी शिकायत पुलिस में करें

- फेसबुक इंस्टाग्राम को भी रिपोर्ट करें

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इनका है कहना

लड़कियों को सोशल मीडिया हैंडल करने को लेकर पूरी तरह से जागरूक रहना चाहिए। यदि कोई उनका फेक प्रोफाइल बनाता है तो तुरंत इसकी शिकायत पुलिस से करें।

सुबोध सक्सेना, साइबर सेल इंचार्ज, मेरठ