मेरठ ब्यूरो। सावन के महीने में भोले बाबा की पूजा आराधना की जाती है। इसलिए श्रद्धालुुओं में भी खास उत्साह देखा जाता है। हालांकि, अब दौर बदल गया है, तो पूजा पाठ के तरीकों में भी बदलाव हो गया है। हालांकि, अब यूथ पूजा पाठ के लिए पुरोहितों से संपर्क कर रहे हैं। इस बार ऑनलाइन रुद्राभिषेक के लिए लोग डेट भी फिक्स कर रहे हैं।

ऐप में भी मिल रही सुविधा
सावन में पुरोहितों ने कई ऐप भी बना लिए हैं। जिस पर वो रुद्राभिषेक के लिए बुकिंग ले रहे हैं। दरअसल, कामकाज की व्यस्तता व किसी अन्य वजहों से जो लोग मंदिरों व धार्मिक स्थलों पर नहीं जा पा रहे हैं। इसलिए वो ऑनलाइन रुद्राभिषेक कराने के लिए बुकिंग कर रहे हैं। इसके लिए बड़ी संख्या में लोग ऐसे आध्यात्मिक ऐप का सहारा ले रहे हैं। ऐप के सहारे अमरनाथ के बाबा बर्फानी, और चार धाम, वैष्णों देवी तक के दर्शन भी ऑनलाइन कर रहे हैं।

ऐप के बढ़े सब्क्राइबर्स
सावन के महीने में पूजा पाठ और लाइव दर्शनों के लिए धार्मिक ऐप के सब्क्राइबर भी बढ़ गए हैं। इनमें गीता वाटिका, देव दर्शन, लाइव दर्शन श्री मंदिर एवं पूजा दर्शन, भक्तगण ऐप, आस्था, पौराणिक परंपरा, भजन गंगा आदि ऐसे ऐप हैं जिनके सब्क्राइबर बढ़ रहे हैं। देव दर्शन ऐप के जरिए देशभर के पांच हजार से अधिक मंदिरों के लाइव दर्शन करवाए जा रहे हैं। वहीं, इन्हीं ऐप पर एक हजार से अधिक आचार्य पूजा पाठ भी संपन्न कराते हैं।

विदेशों से भी आ रहीं कॉल
बिल्वेश्वर नाथ संस्कृत महाविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर पंकज झा ने बताया कि सावन के महीने में श्रद्धालुओं को रुद्राभिषेक कराने की चाहत होती है। अब शहरों में कामकाज की वजह से उन्हें छुट्टी की समस्याएं होती हैं। यही नहीं विदेशों से लोग रुद्राभिषेक कराने के लिए संपर्क करते हैं। अभी पिछले दिनों अमेरिका और आस्ट्रेलिया में ऑनलाइन तरीके से रुद्राभिषेक कराया हैं। उन्होंने बताया कि आज जब टेक्नोलॉजी बढ़ गई है। जो पूजा पाठ कराने के तौर तरीकों में बदलाव भी आ गया है।

12 बुकिंग हो चुकी हैं
कर्मकांड विशेषज्ञ और ज्योतिषाचार्य डॉ। अनुराधा गोयल ने बताया कि आजकल की व्यस्त जिंदगी में लोग पूजा पाठ में भी टेक्नोलॉजी का सहारा ले रह हैं। इस बार सावन में ऑनलाइन रुद्राभिषेक कराने के लिए 12 बुकिंग हो चुकी है।

19 बुकिंग अभी तक हुईं
जाने माने ज्योतिषाचार्य भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि हालांकि, कोरोना में पहली ऑनलाइन रुद्राभिषेक कराया था, लेकिन अब भी लोग ऑनलाइन तरीके से घर में ही रुद्राभिषेक कराना चाहते हैं। रुद्राभिषेक की 19 बुकिंग हो चुकी है।

ऐसे कराते हैं ऑनलाइन रुद्राभिषेक
- सबसे पहले यजमान को संकल्प दिलाया जाता है। इसके बाद आचार्य रुद्राभिषेक शुरू करते हैं।

- इसमें यजमान के नाम से आचार्य मंदिर में रुद्राभिषेक करते हैं, जिसको वीडियो कॉल पर दिखाया जाता है।

- इसमें यजमान पूजा के सामान के पैसे और दक्षिणा ऑनलाइन ट्रांसफर करते हैं।

- दूसरे तरीके में यजमान अपने घर में रुद्राभिषेक करते हैं लेकिन आचार्य वीडियो कॉल के जरिए मंत्र पढ़ते हैं।


आज के दौर में युवाओं के पास टाइम की कमी है। सावन में ऑनलाइन रुद्राभिषेक कराने के लिए लोगों में खासी डिमांड है। उनको सिर्फ ऑनलाइन पूजन कराना होता है। पहले उनको संकल्प दिलाते हैं। फिर सारेे नियम बताते हैं। पूरा विधि विधान उन्हें ऑनलाइन दिखाते हैं। पूरा रुद्राभिषेक वीडियो कॉल में दर्शाया जाता है।
डॉ। अनुराधा गोयल, कर्मकांड एक्सपर्ट और ज्योतिषाचार्य

कोविड काल के बाद अब जीवन पटरी पर आ गया है, लेकिन ऑनलाइन पूजन का क्रेज युवाओं में खासतौर से है। इन दिनों सावन के लिए रुद्राभिषेक कराने के लिए ऑनलाइन बुकिंग हो रही है, रुद्राभिषेक की 19 बुकिंग हो चुकी है।
पं। भारत ज्ञान भूषण, कर्मकांड स्पेशलिस्ट व ज्योतिषाचार्य

सावन में रुद्राभिषेक के लिए श्रद्धालु ऑनलाइन बुकिंग करा रहे हैं।यही नहीं अमेरिका और आस्ट्रेलिया से भी श्रद्धालु संपर्क कर रहे हैं। इन दिनों ऑनलाइन रुद्राभिषेक कराने का भी ट्रेंड चल रहा है।
पंकज झा, चीफ प्रॉक्टर, बिल्वेश्वर नाथ संस्कृत महाविद्यालय