मेरठ (ब्यूरो)। नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने एक नई पहल शुरू की है। इस नई पहल को नमस्ते वैक्सीन का नाम दिया गया है। इस पहल के लिए राज्यसभा सदस्य (सांसद) लक्ष्मीकांत बाजपेयी को ब्रांड एम्बेस्डर चुना गया है। सांसद ने शुक्रवार को सीएमओ कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर योजना की जानकारी दी।
सांसद बने ब्रॉड एम्बेस्डर
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकताओं मे शामिल नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल किया है। इस प्राथमिकता वाली पहल के तहत नमस्ते वैक्सीन शुरु की गई है। शुक्रवार को राज्यसभा सदस्य (सांसद) लक्ष्मीकान्त बाजपेयी को नमस्ते वैक्सीन मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए सीएमओ कार्यालय में ब्रॉड एम्बेस्डर के रूप में आमंत्रित किया गया था। जिससे यह मुहिम जन समुदाय में फैले एवं टीकाकरण शत-प्रतिशत हो सके। इस दौरान सांसद ने प्रेस को संबोधित करते हुए जानकारी दी ताकि जनपद मेरठ से चलने वाली इस पहल को प्रदेश स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर जन जागरूकता के रूप में प्रचारित किया जा सके।
पहले पूछें दो सवाल
नमस्ते वैक्सीन पहल के तहत जन सामान्य को जागरुक किया गया कि अपने सगे-सम्बंधी से मिलने जब भी उनके घर जाए तो अभिवादन के बाद एवं जलपान ग्रहण करने से पूर्व सम्बंधी के परिवार के सदस्य एवं मुखिया से दो प्रश्न अवश्य पूछे।
प्रश्न नंबर 1
क्या परिवार में 16 वर्ष तक बच्चे अथवा गर्भवती महिला है?
प्रश्न नंबर 2
क्या परिवार के गर्भवती महिला एवं 16 वर्ष तक बच्चों का टीकाकरण हो चुका है या नही।
4047 बच्चों का होगा टीकाकरण
प्रदेश में टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को मीजिल्स रूबैला से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाएगा। इस एमआर एलिमिनेशन के लिए प्रदेश सरकार ने चिन्हित 305 ग्रामीण ब्लाक/शहरी क्षेत्रो के 5 वर्ष तक के छूटे हुए सभी बच्चों को चिंहित किया गया है। इस बच्चों को 25 नवंबर से 6 दिसंबर की अवधि में एमआर कैचअप सत्र का आयोजन किया जा रहा है। जनपद मेरठ के चार चिन्हित ब्लाक रोहटा, सरधना, खरखौदा एवं भूड़बराल में एमआर कैचअप के अंतर्गत 173 अतिरिक्त सत्रों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान एमआर रूबैला से छूटे 9 माह से 1 वर्ष तक के एमआर प्रथम डोज 1511 बच्चे एवं 2 वर्ष से 5 तक प्रथम डोज से छूटे 1142 बच्चे एवं एमआर-2 से छूटे 1394 बच्चे, कुल 4047 बच्चो को प्रतिरक्षित किया जाएगा।