मेरठ (ब्यूरो)। दयावती मोदी एकेडमी में चल रहे पांच दिवसीय सीबीएसई। क्लस्टर 19 बास्केटबॉल गल्र्स टूर्नामेंट का समापन किया गया। समापन समारोह में कैंट विधायक अमित अग्रवाल और शूटर दादी प्रकाशी तोमर मौजूद रहीं। टूर्नामेंट में 127 टीम के अंतर्गत 600 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रिंिसपल डॉ। ऋतु दीवान ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मन मोहा
इस दौरान स्कूल के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। गरबा एवं गरजत आई रे बदरिया के बोल पर छात्राओं ने शानदार नृत्य की प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरीं। टूर्नामेंट में सभी टीमों के मध्य रोमांचक मुकाबला हुआ।
खिलाडिय़ों ने बेहतर प्रदर्शन किया
अंडर 14 में फादर एंजल स्कूल नोएडा वर्सिज मयूर स्कूल नोएडा के साथ भिड़ंत में फादर एंजल स्कूल नोएडा विजय रहा। मयूर स्कूल नोएडा की प्रतिभागी आलिया चौधरी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित की गई। अंडर 17 में एम पी जीएस मेरठ कैंट बनाम एमपीजीएस शास्त्री नगर मेरठ के मैच में एमपीजीएस शास्त्री नगर की टीम जीती। सान्या खुराना एमपीसी मेरठ कैंट सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रही। अंडर 19 में डीपीएस नोएडा वर्सेस आर्मी पब्लिक स्कूल नोएडा के मध्य मुकाबले में डीपीएस नोएडा विजय रहा तथा इसी स्कूल की छात्रा माही को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया।
विनर्स को मिले प्राइज
बास्केटबॉल प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहाकि खेलों का मनुष्य के जीवन में बहुत महत्व है। डॉ। पूनम देवदत्त ने कहाकि खेलों से बच्चे शारीरिक रूप के साथ-साथ मानसिक रूप से भी सुदृढ़ व स्वस्थ बनते हैं।
ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में महेश कुमार दीक्षित ( उपमंडल मजिस्ट्रेट सरधना) आशा चौधरी (बेसिक शिक्षा अधिकारी), डॉ। आरपी सिंह (जॉइंट सेक्रेटरी सीबीएसई), डॉ। पूनम देवदत्त (प्रसिद्ध मनोचिकित्सक एवं मानव संसाधन विशेषज्ञ मेरठ), सपना आहूजा (प्रधानाचार्या एम पी जी एस शास्त्रीनगर), रचना शर्मा (प्रधानाचार्या एमपीजीएस मेरठ कैंट) डॉ। रीमा त्यागी (ऑब्जर्वर) अजीत नागर (टेक्निकल ऑफीसर) दीपेंद्र सिंह (एशियन गेम्स पैरामेडिकल शूटर) आदि मौजूद रहे।
इनका रहा सहयोग
कार्यक्रम में विद्यालय क्रीडा विभाग के अध्यक्ष श्रीमान रजनीश शर्मा हरेंद्र शर्मा अमरदीप, कोमल लाकरा, लोकेश मलिक, सचिन चौधरी, उमराव सिंह एवं समस्त शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्माचारियों का विशेष सहयोग रहा।