मेरठ ब्यूरो। आवास विकास की सबसे महत्वपूर्ण योजना जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या 11 में आवास विकास और किसानों के बीच चल रहे विवाद को निपटाने के लिए आवास विकास ने 17 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि तो जारी कर दी लेकिन किसान इस मुआवजा राशि से संतुष्ट नही है। किसानों का कहना है कि आवास विकास शपथ पत्र की शर्तों के आधार पर मुआवजा जारी कर रहा है जिससे किसान संतुष्ट नही है और शर्तों के आधार पर मुआवजा नही स्वीकार किया जाएगा।
बढ़े मुआवजे का विवाद
गौरतलब है कि बढ़े हुआ मुआवजे की मांग को लेकर जागृति विहार एक्सटेंशन में किसान 13 जुलाई 2021 से धरने पर बैठे हुए हैं। दरअसल जागृति विहार एक्सटेंशन योजना सरायकाजी, काजीपुर, कमालपुर, घोसीपुर और मेरठ कस्बे की जमीन पर बनी है। जागृति विहार एक्सटेंशन योजना को विकसित करने के लिए साल 2010 से पहले सरायकाजी और काजीपुर की दर एक-एक हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर, कमालपुर की 800 रुपये, घोसीपुर की 600 रुपये प्रति वर्ग मीटर दर पर जमीन ली गई थी।
किसानों ने की मांग
जून 2014 को 228वीं बोर्ड बैठक में सभी ग्रामों की किसानों को 100 रुपये बढ़ाते हुए अनुग्रह राशि देने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद से किसानों ने भी बढी हुई राशि के हिसाब से मुआवजे और योजना में अपने भूखंड की मांग शुरु कर दी थी। जिसको लेकर किसान पिछले साल 13 जुलाई से एक्सटेंशन में ही धरने पर बैठे हुए है और योजना में सभी प्रकार के विकास कार्य और आवंटन पर रोक लगाई हुई है।
17 करोड़ हुए जारी पर सशर्त
अब इस विवाद को निपटाने के लिए गत सप्ताह आवास विकास ने 17 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी। लेकिन इस पर एक शर्त लगा दी कि प्रत्येक किसान एक शपथ पत्र लिखकर देगा कि वह आगे से आवास विकास की योजना का विरोध या धरना प्रदर्शन नही करेगा। इसके अलावा किसानों के प्लॉटों पर लगा ब्याज लगाकर प्लॉट आवंटित किए जा रहे हैं इस ब्याज का भी किसान विरोध जता रहे हैं। ऐसे में किसानों ने शपथ पत्र देने से मना कर दिया है और बिना शपथ पत्र मुआवजा एकाउंट में भेजने के लिए आवास विकास को एक सप्ताह का समय दिया है।
विकास कार्य अधर में
17 करोड़ रुपए का बढ़ा हुआ मुआवजा जारी होने के बाद विवाद के निपटने की उम्मीद बन गई थी। आवास विकास को उम्मीद थी कि किसानों के विरोध के चलते 658 एकड़ में फैली इस योजना में रुके हुए करीब 800 करोड़ के विकास कार्य अब पूरे हो जाएंगे। लेकिन किसानों ने आवास विकास की इस उम्मीद को अभी अधर में अटका दिया है।
ये विकास कार्य अधर में -
- एक्सटेंशन सेक्टर 3 व 5 में पानी की टंकी
- सेक्टर 3 व 5 में पार्क व सीवर लाइन का निर्माण
- गढ़ रोड से हापुड़ रोड को जोडऩे वाली 45 मीटर चौड़ी सडक़ का निर्माण
- कुटी चौराहे से 32 मीटर चौड़ा मार्ग
- लोहिया नगर से जोडऩे के लिए मार्ग निर्माण
आवास विकास से किसानों का 169 हेक्टेयर भूमि का करार किया है। इन किसानों को सौ रुपए बढ़ाकर मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए शासन ने 17 करोड़ रुपए की ग्रांट इसके लिए जारी कर दी है। किसानो की जो शर्तें है उससे मुख्यालय को अवगत करा दिया गया है।
-राजीव कुमार, अधीक्षण अभियंता
हमें आवास विकास का मुआवजा शपथ पत्र के साथ स्वीकृत नही है। कोई भी किसान शपथ पत्र लिखकर नही देगा। इसके लिए एक सप्ताह तक का समय आवास विकास को दिया गया है।
- भरत भड़ाना
मुुआवजे का पैसा बिना किसी शर्त व शपथ पत्र के किसानोंं के खाते में आना चाहिए। इसके अलावा प्लॉट पर लगा ब्याज हटाया जाना चाहिए। उसके बाद ही विरोध वापस होगा।
- ज्ञानेंद्र भड़ाना
हमारी डीएम और आवास विकास के अधिकारियों से बात हुई थी कि बिना किसी शर्त के बढ़ा हुआ प्रतिकर भुगतान किया जाएगा। इसमें शपथ पत्र की कोई शर्त नही थी।
- सर्वेंद्र
प्लॉटों का आवंटन ब्याज लगाकर किया जा रहा है। जबरन शपथ पत्र लिया जा रहा है इन शर्तों पर किसान समझौता नही करेगा।
- संदीप